झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी प्रेम प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया गया है. ED ने कल रात रांची से प्रेम प्रकाश को गिरफ्तार किया. कल रांची में प्रेम प्रकाश से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी में दो AK- 47 राइफल और 60 जिंदा कारतूस बरामद किए थे. झारखंड में कथित अवैध खनन के मामले में ईडी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है. कल प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने एक साथ झारखंड, बिहार, तमिलनाडु और एनसीआर में करीब 17-20 परिसरों पर छापेमारी की थी. सूत्रों ने बताया कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के राजनीतिक सहयोगी पंकज मिश्रा और मिश्रा के करीबी एवं बाहुबली बच्चू यादव से पूछताछ के बाद ताजा सूचना सामने आने पर यह छापेमारी की गयी. मिश्रा और यादव दोनों को कुछ समय पहले इस मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था.
बीजेपी का सीएम और कांग्रेस पर हमला
बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने एक ट्वीट में कहा कि प्रकाश ”झारखंड के मुख्यमंत्री और उनके पारिवारिक मित्र अमित अग्रवाल के सहयोगी हैं” और उनके (प्रकाश) संबंधों की राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) द्वारा जांच की जानी चाहिए. बीजेपी के पूर्व नेता एवं वर्तमान में राज्य के निर्दलीय विधायक सरयू रॉय ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि इसकी जांच होनी चाहिए कि प्रेम प्रकाश को एके-47 राइफलें कैसे मिलीं और इस बात की संभावना है कि इसका कोई आतंकवादी संबंध हो.
किन आरोपों की जंच कर रही है ईडी
ईडी की जांच तब शुरू हुई जब एजेंसी ने अवैध खनन और जबरन वसूली के कथित मामलों के संबंध में आठ जुलाई को मिश्रा और उनके कथित सहयोगियों के परिसरों पर छापा मारा था जिनमें झारखंड के साहिबगंज, बरहेट, राजमहल, मिर्जा चौकी और बरहरवा सहित 19 स्थान शामिल थे. ईडी ने मार्च में मिश्रा और अन्य के खिलाफ धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक मामला दर्ज करने के बाद छापेमारी शुरू की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मिश्रा ने ”अवैध रूप से बड़ी संपत्ति हड़प ली या अपने नाम करा ली.”
जुलाई की छापेमारी के तुरंत बाद, ईडी ने 50 बैंक खातों में पड़े 13.32 करोड़ रुपये की राशि जब्त कर ली थी. एजेंसी ने कहा, ”जांच के दौरान एकत्र किए गए साक्ष्य में विभिन्न व्यक्तियों के बयान, डिजिटल साक्ष्य और दस्तावेज शामिल हैं. इससे पता चला है कि जब्त की गई नकदी या बैंक बैलेंस वन क्षेत्र सहित साहिबगंज क्षेत्र में बड़े पैमाने पर किए जा रहे अवैध खनन से प्राप्त हुआ है.” ईडी ने कहा था कि वह इसकी जांच कर रहा है कि झारखंड में अवैध खनन कार्यों से ”अपराध से अर्जित” 100 करोड़ रुपये किस रास्ते से आये और कहां गये.