PRAYAGRAJ FLOOD SITUATION: गंगा-यमुना खतरे के निशान की ओर, प्रयागराज में आफत की बारिश, यमुना 80 मीटर के पार, 24 घंटे में सवा मीटर की बढ़ोतरी से आस-पास के इलाके अलर्ट पर, साधु-संतों ने तटों से आश्रम की ओर किया रुख…..

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रिपोर्टर : आनंद 
प्रयागराज: PRAYAGRAJ FLOOD SITUATION
: देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक प्रयागराज में आफत की बारिश हो रही है। हालांकि इंद्रदेवता समूचे उत्तरप्रदेश में मेहरबान है। लिहाजा यहाँ गंगा-यमुना के जलस्तर में एक बार फिर तेजी से बढ़ोतरी शुरू हो गई है। दोनों ही प्रमुख नदियां खतरे के निशान की ओर बढ़ रही है।

इसके चलते तटों पर बसे कई आश्रमों और मंदिरों में निवासरत साधु-संतों को सुरक्षित स्थलों तक पहुंचाया गया है। यही नहीं नदी किनारे बसे गांव-कस्बों और कॉलोनियों को अलर्ट रहने को कहा गया है। दरअसल, बीते 24 घंटे के दौरान दोनों नदियों का जलस्तर तकरीबन सवा मीटर बढ़ने से शहर के निचले इलाकों में हड़कंप मच गया है।

गंगा-यमुना का जलस्तर 80 मीटर के आंकड़े को पार कर गया है। यह चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है। नैनी और संगम के करीब NDRF और SDRF ने डेरा डाला हुआ है। हालात पर नजर रखी जा रही है। गंगा तट पर स्थित लेटे हनुमान मंदिर के परिसर में भी पानी का बहाव तेज हो गया है।

सुरक्षा के मद्देनजर भक्तों को पानी से सचेत रहने के निर्देश दिए गए है। बताया जाता है कि बीते 24 घंटे के दौरान प्रयागराज में 37.75 मिमी बारिश दर्ज हुई। सर्वाधिक बारिश करछना तहसील में 74 मिमी दर्ज हुई, जबकि यमुनापार के मेजा में 50 मिमी बारिश हुई।

वहीं, गंगापार में सर्वाधिक 61 मिमी बारिश हंडिया तहसील क्षेत्र में दर्ज हुई। सदर तहसील में 51 मिमी बारिश होने की बात कही जा रही है। उधर, तमाम बैराजों और बांधों से नदियों में छोड़े जा रहे पानी से प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। मंगलवार रात यमुना का नैनी में जलस्तर 79.23 मीटर दर्ज किया गया था जो 24 घंटे बाद बढ़कर 80.42 मीटर हो गया। इसी तरह गंगा का छतनाग में जलस्तर मंगलवार रात आठ बजे 78.52 मीटर दर्ज किया गया था, जो बुधवार रात आठ बजे 79.79 मीटर हो गया। इस तरह से गंगा के जलस्तर में 1.27 मीटर एवं यमुना के जलस्तर में 1.19 मीटर की वृद्धि हुई।

हालांकि, गंगा-यमुना के खतरे के निशान के करीब पहुंचने से हड़कंप की स्थिति भी देखी जा रही है। यहां गंगा-यमुना का खतरे का निशान 84.734 मीटर है। बुधवार रात आठ बजे यमुना का नैनी में 80.42 मीटर एवं गंगा का छतनाग में जलस्तर 79.67 मीटर रहा। सिंचाई विभाग के अफसरों का कहना है बृहस्पतिवार को दोनों नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो सकती है। गंगा-यमुना के घाटों पर दुकान लगाने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है। लोगों के मुताबिक, यहाँ तीसरी बार जलस्तर की बढ़ोत्तरी है, इसके पहले भी दो बार जलस्तर में वृद्धि हो चुकी है।

वे बताते है कि एक बार गंगा श्री बड़े हनुमान मंदिर में प्रवेश कर चुकी हैं, दूसरी बार मंदिर के पास से वापस हो गईं और अब तीसरी बार वृद्धि जारी है। उधर यह भी जानकारी सामने आई है कि परोसी राज्य मध्य प्रदेश सहित कई जगहों पर पानी छोड़े जाने के चलते जलस्तर में वृद्धि दर्ज की जा रही है। कई दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते भी नदियां उफान पर हैं। कई दिनों से हो रही कभी रिमझिम तो कभी मूसलाधार बारिश से रोजाना लोगों का सामना हो रहा है।