दिल्ली : आज के दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत शुभ माना जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार प्रदोष व्रत प्रत्येक त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है।इस तिथि को भगवान शिव की सबसे प्रिय तिथि के रूप में देखा जाता है।
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मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव बेहद प्रसन्न होते हैं।ये व्रत अखंड सौभाग्य में वृद्धि करता है। दांपत्य जीवन में खुशहाली आती है। संतान योग्य बनती है। घर का वास्तु दोष भी दूर होती है।मान्यता है कि इस तिथि को भगवान शिव कैलाश पर्वत पर स्थिति अपने रजत भवन में प्रसन्न होकर नृत्य करता है।
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ऐसी धार्मिक मान्यता है कि प्रदोष काल में आराधना, पूजा और उपासना करने से भगवान भोलेनाथ बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं।प्रदोष काल का समय आज 7 अक्टूबर 2022, को प्रात: 7 बजकर 26 मिनट से आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि प्रारंभ होकर 8 अक्टूबर 2022, को प्रात: 5 बजकर 24 मिनट पर त्रयोदशी की तिथि का समापन होगा।