दिल्ली वेब डेस्क / निर्भया के दोषियों को फांसी के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया है, उन्होंने लिखा है कि न्याय की जीत हुई, महिलाओं का सम्मान और सुरक्षा जरुरी, ऐसे राष्ट्र का निर्माण जहाँ महिला सशक्तिकरण हो, महिलाओं को बराबर अवसर मिलना चाहिए | मोदी के इस ट्वीट ने देश की महिलाओं को सम्बल दिया है | उधर दिल्ली के MMU अस्पताल में चारों शवों का पोस्टमार्टम खत्म हो गया है | जानकारी के मुताबिक अभी सिर्फ अक्षय का परिवार दीनदयाल अस्पताल पहुंच चुका है। पोस्टमार्टम के बाद उन्हें अक्षय का शव सौंप दिया जाएगा।लेकिन शेष तीन गुनहगारों के परिजनों का इंतज़ार किया जा रहा है | निर्धारित समय तक राह देखने के बाद यदि उनके परिजन नहीं पहुंचे तो जेल मैन्युअल के अनुसार उन शवों का अंतिम संस्कार तिहाड़ जेल प्रशासन करेगा |
दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल के सूत्रों का कहना है कि न्यायिक फांसी के पोस्टमार्टम और साधारण पोस्टमार्टम में अंतर होता है | बताया गया कि पोस्टमार्टम की वीडियो रिकॉडिंग भी कराई गई है | दोषियों के परिवार को शवों को लेते वक्त यह लिखकर देना होगा कि वह लोग अंतिम संस्कार के वक्त कोई प्रदर्शन आदि नहीं करेंगे। उधर जेल प्रशासन द्वारा जानकारी दी गई कि निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले के चारों दोषियों ने फांसी दिए जाने से पहले कोई आखिरी इच्छा जाहिर नहीं की थी।
निर्भया के दोषियों ने लम्बे समय बाद फांसी की सजा पाई थी | ये गुनहगार आखिरकार सात साल, तीन महीने और तीन दिन बाद अपने अंजाम पर पहुंचे। निर्भया के चारों दोषियों को 20 मार्च 2020 शुक्रवार तड़के 5:30 बजे तिहाड़ जेल में फांसी पर लटका दिया गया था । पहले पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया के दोषियों की ओर से फांसी टलवाने के लिए दायर याचिका बृहस्पतिवार को खारिज कर दी, जिसके बाद दोषियों के वकील ने फांसी की सजा पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की जिसे शीर्ष अदालत ने भी खारिज कर दिया। फांसी के एक दिन पूर्व की रात भर भी दोषियों को बचाने की भरपूर कोशिश हुई | लेकिन अदालत अपने रुख पर कायम रही | नतीजतन सुबह 5.30 बजे चारों दोषियों को फांसी पर लटका दिया गया।
निर्भया के माता – पिता ने कहा कि न्याय के लिए हमारा इंतजार बेहद पीड़ादायी था। हम अपील करते हैं कि आज का दिन निर्भया ‘न्याय दिवस’ के तौर पर मनाया जाए। निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले के जांच अधिकारियों ने शुक्रवार को चारों दोषियों की फांसी को फिजियोथेरेपी की 23 वर्षीय छात्रा को ‘सच्ची श्रद्धांजलि’ बताया जिसके साथ दक्षिण दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 को चलती बस में बर्बरता की गई थी।
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निर्भया के दोषियों को फांसी के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले सात साल से निर्भया के दोषियों की फांसी का इंतजार पूरे देश को था। आज सभी को इंसाफ मिला है। निर्भया के साथ जिस तरह की वहशियाना हरकत हुई और फिर उसकी हत्या कर दी गई। आज दोषियों को फांसी होने के बाद ऐसे लोगों को सबक मिलेगा कि दोबारा ऐसा न हो। केजरीवाल ने कहा कि हमारे सिस्टम में कई खामियां हैं जिन्हें दूर करने की जरूरत है। जो हम कर सकते हैं वो सभी कदम हम उठाएंगे। न्याय में तेजी लाने की जरूरत है कमियों को दूर करने की जरूरत है।