कोख के सौदागर पुलिस के हत्थे चढ़े, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र  में इस गिरोह ने गैर क़ानूनी ढंग से सरोगेसी की घटनाओं को दिया अंजाम, गिरोह की सरगना अस्मिता फरार, नीलम और उसका साथी राहुल सारस्वत पुलिस हिरासत में, छह दिन की रिमांड मंजूर, कई राज्यों के डॉक्टर सेरोगेसी कारोबार में,गैरकानूनी ढंग से सरोगेसी के ‘राज’ का होगा पर्दाफाश !

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आगरा/दिल्ली – लम्बे अरसे बाद पुलिस ने देश के कई राज्यों में चल रहे कोख के सौदागरों के नेटवर्क की पड़ताल शुरू की है | शिकायतों और सबूतों के आधार पर पुलिस ने इस गिरोह के कुछ महत्वपूर्ण सदस्यों को हिरासत में लिया है | इस गिरोह की मुख्य सरगना अस्मिता के नेपाल भागने की खबर है | जबकि उसकी खास फरीदाबाद की नीलम और उसका सहयोगी आनंद राहुल सारस्वत को पुलिस ने अपने कब्जे में लिया है | इनसे पूछताछ के लिए यूपी पुलिस को छह दिन की रिमांड मिली है | इस गिरोह के सदस्यों से आगरा पुलिस पूछताछ करेगी |

पुलिस ने आनंद राहुल को दिल्ली से भागने के बाद सिलीगुड़ी से गिरफ्तार किया है | गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है | बताया जाता है कि नेपाल भाग चुकी अस्मिता के बारे में भी पूछताछ की जाएगी | जानकारी के मुताबिक अस्मिता ने छत्तीसगढ़ ,मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में सरोगेसी के लिए कई महिलाओं को गैर क़ानूनी ढंग से उपलब्ध कराया था | वो इसके लिए जरूरतमंदों से मोटी रकम वसूलती थी | जबकि किराये की कोख उपलब्ध कराने वाली महिलाओं को औने-पौने दाम देकर चलता कर देती थी | पुलिस ने एक महिला की शिकायत के बाद इस गिरोह पर हाथ डाला था |

सरोगेसी प्रकरण में अभी तक छह आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं। दिल्ली , महाराष्ट्र और हरियाणा के कई डॉक्टर निशाने पर आए है , लेकिन उनके खिलाफ पुलिस को अभी कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिले है। उनके बारे में सिर्फ आरोपियों के मौखिक बयान दर्ज किये गए हैं। इसलिए पुलिस उन पर हाथ नहीं डाल रही है। जांच में एक आरोपी महिला नीलम के खाते से पुलिस को 50 लाख रुपये के ट्रांजक्शन के प्रमाण मिले है। पुलिस इस लेनदेन श्रोत और डॉक्टरों के खिलाफ साक्ष्य जुटा रही है |

बताया जाता है कि एक शिकायत के बाद पुलिस ने 19 जून को फतेहाबाद क्षेत्र में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस -वे पर नीलम सहित पांच लोगों को पकड़ा था। उनसे तीन युवतियां थी | उनकी निशानदेही पर दिल्ली में निवासरत आनंद राहुल सारस्वत की खोजबीन की गई | यह शख्स गिरोह के भंडाफोड़ होने के संदेह में सिलीगुड़ी भाग चूका था | लेकिन कल पुलिस ने उसे भी पकड़ लिया |

बताया जाता है कि आनंद राहुल ने सिलीगुड़ी से नेपाल भाग चुकी अस्मिता को गिरोह की मुख्य सरगना बताया है | उसके मुताबिक अस्मिता कई बच्चों की सौदागर भी है | वो सरोगेसी के अलावा छोटे बच्चों की खरीद-फरोख्त का धंधा भी करती है | उसकी माने तो देश के कई राज्यों में उसका नेटवर्क फैला हुआ है | अलग अलग राज्यों में सरोगेसी के कारोबार में अस्मिता के चिरपरिचित लोग जुड़े हुए है | ये लोग सरोगेसी के लिए जरूरतमंदों और बच्चों की खरीद-फरोख्त के कारोबार में लिप्त है | फ़िलहाल पुलिस आनंद राहुल सारस्वत से पूछताछ में जुटी है |

आगरा के एसपी ग्रामीण प्रमोद कुमार ने बताया कि नीलम के सहयोगी राहुल को दिल्ली और सिलीगुड़ी लेकर जाएंगे। यहां पर इस गिरोह के बाकी सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी। उन्होंने बताया कि कोर्ट ने 10 की जगह छह दिन की रिमांड दी है। यह रिमांड मंगलवार सुबह दस बजे से 20 जुलाई शाम तक की है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस के हत्थे चढ़े गिरोह के सदस्यों से पुलिस उनकी गतिविधियों से जुड़े तमाम सवाल करेगी |

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इसमें नीलम के गिरोह में कितने सदस्य हैं? कौन-कौन बच्चों को खरीदता और बेचने जाता है? अस्मिता का असली पता क्या है? सिलीगुड़ी में दोनों बच्चों को लेने कौन आया था? दिल्ली-मुंबई में कितने डॉक्टर और एजेंट सक्रिय हैं? यह गिरोह कितने बच्चों को नेपाल में बेच चुका है? यही नहीं किराये की कोख लेने वालों का ब्यौरा भी लिया जायेगा | पुलिस सूत्रों के मुताबिक किराये की कोख के अवैध कारोबार को लेकर केंद्र सरकार भी काफी सख्त है | यही नहीं इसकी वैधानिकता और क़ानूनी पहलुओं को लेकर अदालत भी कई बार काफी गंभीर टिप्पणी कर चुकी है |