छत्तीसगढ़ में मुसीबत में पुलिस , बलात्कार, सामूहिक बलात्कार, हत्या और बालिका गृह से फरार होने वाली लड़कियों ने उड़ाया सुख चैन | 

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गेंदलाल शुक्ला /

 कोरबा / छत्तीसगढ़ में बीते एक हप्ते में बलात्कार के 09 , सामूहिक बलात्कार के दो और बलात्कार के बाद हत्या के दो मामले अलग-अलग जिलों में दर्ज हुए है | कोरबा में एक सिरफिरे युवक ने एक तरफ़ा प्यार में एक विवाहित महिला की गर्दन काट दी | इस महिला को बचाने के लिए डॉक्टरो ने उसके चेहरे और गर्दन पर 252 टांके लगाए थे | हालांकि इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई | इस मामले में क़ानूनी कार्यवाही और हत्यारे की गिरफ्तारी से पुलिस फुर्सत ही हुई थी कि बालिका गृह से दो लड़कियाँ फरार हो गई | दोनों लडकियो को खोजने के लिए उसे कड़ी मशक्कत करनी पड़ी | रात भर पुलिस की नींद इस आशंका में उडी रही कि कही उनके साथ कोई अनहोनी ना हो जाये | हालांकि बालिका गृह की दीवार फांदकर फरार होने वाली दो बहनों को पुलिस ने छह घंटे के भीतर कटघोरा जेंजरा बायपास रोड पर पकड़ लिया है | दोनों बहनें बॉयपास रोड पर बलरामपुर जाने के लिए बस का इंतज़ार कर रहीं थी |

 बताया जाता है कि दोनों की उम्र क्रमशः 14 व 17 साल है| दोनों बलरामपुर जिले की रहने वाली हैं| अक्टूबर माह में दोनों बहनें अपने जीजा के साथ बेंगलुरु गईं थी| कुछ दिन बाद उनके जीजा ने दोनों को यशवंतपुर एक्सप्रेस में बैठाकर कोरबा भेज दिया था| कोरबा से बलरामपुर जाने के लिए कहा था| 24 अक्टूबर को दोनों कोरबा रेलवे स्टेशन पहुंची थी| स्टेशन में घुमंतू समझकर चाइल्ड लाइन की टीम दोनों को साथ ले गई थी| काउंसलिंग के बाद उन्हें रामपुर चौकी क्षेत्र में स्थित बालिका गृह में रखा गया था|  बताया जाता है कि दोनों बहनों से मिलने के लिए उनके पिता भी कुछ दिन पहले कोरबा पहुंचे थे | क़ानूनी प्रक्रिया में देरी के कारण दोनों को पिता के साथ नहीं लौटने दिया गया था| बताया जाता है कि बालिका गृह में रहकर दोनों बहनें उब गई थी | लिहाजा मौका मिलते ही वो यहाँ से नौ दो ग्यारह हो गई |