फर्रुखाबाद वेब डेस्क / फर्रुखाबाद में दो दर्जन बच्चो को सुरक्षित छुड़ाने के बाद पुलिस ने सिरफिरे आरोपी सुभाष के घर दबिश दी | घर के भीतर दाखिल होने के बाद पुलिस के पैरों तले जमीन खिसक गई | उसने अपने घर को बैरक बना रखा था | पुलिस के मुताबिक उसके घर रखा गोला-बारूद का जखीरा, दो दिन पुलिस से टक्कर लेने के लिए पर्याप्त था | पुलिस की माने तो आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सभी बच्चों को उसने सुरक्षित निकाल तो लिया, लेकिन यह लड़ाई लंबी खिंच सकती थी | सुभाष ने घर में हथगोले और हथियारों का बड़ा जखीरा जमा कर रखा था | सुभाष ने कई सारे सुतली बम भी बना रखे थे बच्चों को बंधक बनाने के लिए उसने अपने घर में एक तहखाना बनाया हुआ था | जबकि घर के बाहर बारूद बिछाया हुआ था | इस सिरफिरे के कब्जे से छूटे सभी 23 बच्चे अपने माता – पिता और परिजनों से मिल कर फूले नहीं समां रहे है |
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद के गांव करथिया में एक सिरफिरे के दिमाग में शौचालय और घर बनवाने का ऐसा भूत सवार हुआ कि उसने अपनी मांगे पूरीकरवाने के लिए 23 बच्चो को बंधक बना लिया | इसके लिए उसने साजिश रची |उसने अपने बच्चे के जन्मदिन के बहाने पड़ोस के बच्चों को अपने घर में इकट्ठा किया |थोड़ी देर बाद जैसे ही कुछ बच्चे घर में इकट्ठा हो गए सुभाष ने घर के सभी दरवाजे बंद कर दिए | घर के अंदर उसकी पत्नी भी मौजूद थी | वो बच्चों को बम से उड़ाने की धमकी दे रहा था | उसने अपनी मांगो वाला एक खत ग्रामीणों और पुलिस को भेजा | उसने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर और टॉलेट जैसी सहूलियतें देने अधिकारियों ने इंकार कर दिया | इसके बाद जब गांव वालों ने बात करने की कोशिश की तो सुभाष ने एक ग्रामीण के पैर में गोली मार दी |माना जा रहा है इसी से आहत होकर उसने यह कदम उठाया है | मुश्किल यहीं खत्म नहीं हुई, सुभाष ने पुलिस पर भीफायरिंग शुरू कर दी | इतना ही नहीं उसने हथगोले भी फेंके | इस हमले मेंपुलिस के दो जवान घायल हो गए | हालांकि आठ घंटो के लंबे संघर्ष और सुभाष के एनकाउंटर के बाद सभी बच्चोंको सुरक्षित निकाल लिया |एनकाउंटर में मारे गए बदमाश सुभाष बाथम का क्रिमिनल रिकॉर्ड रहा है | सुभाष के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने उसकी पत्नी को अपने कब्जे में ले लिया | ग्रामीणों ने पीठ – पीठ कर उसकी हत्या कर दी |