गेंदलाल शुक्ला
कोरबा । दीपावली के दिन पुराने विवाद को लेकर पहले एक युवक व उसके भाई को एक ही परिवार के कुछ लोगों ने पीटा। बाद में घर पहुंचकर उनके माता.पिता के साथ भी मारपीट की। इस घटना से व्यथित होकर पीड़ित युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें पैसे के लेन-देन को लेकर विवाद होने का उल्लेख है।
भिलाईखुर्द में रहने वाले संतोष साहू ने मनोज सिंह को 30 हजार रुपये उधार दिए थे। काफी दिनों से वह रुपये मांग रहा था, इसके बाद भी वापस नहीं लौटाया, इसलिए दीपावली के दिन वह मनोज के पास उस वक्त जा धमका जब घर के बाहर पटाखा फोड़ रहा था। बताया जा रहा है कि संतोष ने रुपये की वसूली की बात करते हुए उसका पटाखा फोड़ने लगा। इस बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ और हाथापाई की नौबत आ गई। विवाद होता देख उसके परिवार के ही लल्लू सिंह व चंद्रपाल भी मौके पर पहुंच गए। उसने उसके परिजनों को भी उधर में दिए गए रुपये की जानकारी दी। उसके बाद भी सभी ने मिलकर उसे पीटा। इसकी जानकारी लगने पर संतोष का भाई अजय भी मौके पर पहुंचाए तो उसके साथ भी हाथापाई की गई।
इस घटना की शिकायत संतोष ने उरगा थाना पहुंचकर की, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की और उल्टे पांव वापस लौटा दिया। नतीजा यह हुआ कि थोड़ी देर बाद दो और युवक संतोष के घर पहुंचे और उसके माता-पिता समेत सभी के साथ मारपीट किए। इस घटना से आहत संतोष ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें विवाद की वजह रुपये के लेन-देन को बताया है। साथ ही मारपीट से क्षुब्ध होकर आत्महत्या करने की बात कही है। बहरहाल पुलिस मर्ग का मामला दर्ज कर जांच पड़ताल कर रही है। मृतक संतोष की मां गणेशी बाई ने बताया कि घर में घुसकर गुंडई करने वाले युवकों ने बेल्ट से न केवल उसके दोनों बेटों को पीटा, बल्कि उनके साथ भी मारपीट की। पुलिस ने शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं की इससे आरोपितों के हौसले बुलंद हुए। पुलिस समय रहते कार्रवाई करती तो यह नौबत नहीं आती। मेरे बेटे ने प्रताड़ना के कारण आत्महत्या की है। मारपीट करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।