विधायकों, सांसदों और नौकरशाहों को निशाना बनाने वाले सेक्स रैकेट का पुलिस ने किया भंडाफोड़ , महिलाओं के फर्जी प्रोफाइल का इस्तेमाल कर हाईप्रोफाइल लोगों को बनाते थे अपना शिकार , फिर ब्लैकमेल कर मांगते थे लाखों की रकम 

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मुंबई / मुंबई पुलिस ने विधायकों, सांसदों और नौकरशाहों को निशाना बनाने वाले एक सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया। कुख्यात रैकेट महिलाओं के फर्जी प्रोफाइल का इस्तेमाल करके जाने-माने लोगों को निशाना बनाता था। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के तीन लोगों को गिरफ्तार किया, जो कथित रूप से रैकेट से जुड़े थे।

पुलिस के मुताबिक, आरोपियों की मॉडस ऑपरेंडी यह थी कि उन्होंने कुछ राजनेताओं, बड़े मीडिया कर्मियों और नौकरशाहों के सोशल मीडिया प्रोफाइल का अध्ययन किया और फिर उन्हें निशाना बनाया | आरोपी किसी महिला के नाम से अपना फर्जी प्रोफाइल बनाते हैं | इस मामले में आरोपियों ने पूजा शर्मा नाम का इस्तेमाल किया था | 

प्रोफ़ाइल बनाने के बाद रैकेट के लोग नामी-गिरामी लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते थे | फिर उनसे बातचीत का सिलसिला बढ़ाते और दोस्ती कर लेते थे |  पहले मैसेज और फिर कुछ व्हाट्सएप पर सब चलता रहता | फिर वीकेंड पर अचानक आरोपी की तरफ से वीडियो कॉल आती है | कॉल की शुरुआत किसी पोर्न क्लिप या पोर्न वीडियो से होती है. उस पोर्न क्लिप को देख रहा शख्स इनका शिकार बन जाता है | 

आरोपी उस वीडियो कॉल को रिकॉर्ड करता है ,और फिर उस वीडियो को मॉर्फ करके अश्लील वीडियो बना लेता है | इसके बाद फिर पीड़ित के पास कॉल आती है. कॉल करने वाला कहता है कि आपने वीडियो कॉल के माध्यम से मेरी पत्नी या बहन से संपर्क किया है और उसे पोर्न वीडियो दिखाकर यौन गतिविधियों में लिप्त किया | 

इसके बाद पीड़ित को धमकी दी जाती है कि उसके वीडियो को यूट्यूब पर अपलोड किया जाएगा और सोशल मीडिया पर शेयर किया जाएगा | अगर इससे बचना है तो उसे एक रकम चुकानी होगी | पहले मांगी गई रकम छोटी हो सकती है | 2000 रुपये से 5000 रुपये तक |  लेकिन एक बार जब पीड़ित इन आरोपियों को पैसा भेज देता है, तो ये लोग उससे लाखों रुपये की जबरन वसूली पर अड़ जाते हैं |  उसे ब्लैकमेल करते हैं |  लोकलाज और सामाजिक कलंक के डर से कई लोग इनके झांसे में फंस जाते हैं और इन्हें रकम दे देते हैं | 

आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किए गए 171 फर्जी फेसबुक प्रोफाइल, 4 टेलीग्राम चैनल

गिरोह ने पीड़ितों को फंसाने के लिए 171 फर्जी फेसबुक प्रोफाइल और 4 टेलीग्राम चैनलों का इस्तेमाल किया। गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने 58 बैंक खातों को जब्त कर लिया। आरोपियों ने अपने शिकार से संपर्क करने के लिए 54 मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा को संदेह है कि आरोपियों ने विभिन्न उद्योगों के जाने-माने व्यक्तियों से पैसे निकाले हैं पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।