Jodhpur Crime News: पुलिस ने एक लाख रुपये के इनामी अपराधी अजयपाल को गुजरात के सूरत से गिरफ्तार किया है. अजयपाल को पुलिस की टीम मंगलवार सुबह जोधपुर लेकर पहुंची. अजयपाल पैरोल पर बाहर आने के बाद पिछले पांच साल से फरार चल रहा था. अजयपाल अपनी पत्नी व बच्चों से बहुत प्यार करता था. पत्नी की वजह से ही वह पकड़ा गया. अजयपाल भरूच से सूरत भागने की फिराक में था. पुलिस ने हाईवे पर बस को रुकवा कर उसे गिरफ्तार कर लिया.
मोस्ट वांटेड अजयपाल ने दो साल पहले जोधपुर में दिनदहाड़े पुलिस कस्टडी में एक कैदी की हत्या की थी. पुलिस इस मामले में लगातार दबिश दे रही थी. आखिरकार पुलिस को अजयपाल की पत्नी के गुजरात जाने के सुराग मिलने के बाद पुलिस ने पीछा कर अजयपाल को गिरफ्तार किया.अजयपाल ने पूछताछ में बताया है कि उसने जैसलमेर जेल में बंद पृथ्वीपाल सिंह की सुपारी ले रखी है. वह वारदात को अंजाम देता उसे पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गया.
क्या कहना है पुलिस का
जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट ईस्ट डीसीपी अमृता दुहन ने बताया कि आरोपी बहुत शातिर है. पुलिस के पहुंचने से पहले ही उसे भनक लग जाती थी. वो मौके से भाग जाता था. पहले भी सूरत में उसके फ्लैट पर दबिश दी गई थी. लेकिन वो फरार हो गया था. आरोपी और उसके सहयोगियों को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई थीं. सभी टीमें पिछले 6 महीने से अजयपाल और उसका सहयोग करने वाले बदमाशों को ट्रेस कर रही थीं.
पुलिस ने बताया कि 6 महीनों में अजय पाल ने महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, गोवा और राजस्थान समेत अन्य राज्यों में फरारी काटी थी. इस दौरान जितने भी लोगों ने उसका सहयोग किया था. अभी तक ऐसे 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. डीसीपी ने बताया कि डेडीकेटेड टीम ने 6 महीने में एक लाख किलोमीटर तक इस आरोपी का पीछा किया.जब उसके सहयोगियों को गिरफ्तार करना शुरू किया तो इसके दूसरे साथियों ने उसकी मदद करना बंद कर दिया.इस स्थिति में आरोपी दर-दर भटकने लगा. इसी का फायदा पुलिस टीम को मिला है.
पत्नी की गुजरात यात्रा से मिला सूत्र
दुहन ने बताया कि मोस्ट वांटेड अपराधी अजयपाल के बारे में सबसे बड़ा क्लू उसकी पत्नी से मिला. पुलिस जब आरोपी की तलाश कर रही थी तो पता चला कि अजयपाल की पत्नी गांव में नहीं है. जांच में सामने आया कि वह गुजरात की तरफ गई है. यहीं से पुलिस को शक हुआ कि अजयपाल गुजरात में छुपा है. जो पुलिस टीम ने आरोपी को पकड़ा तो सामने आया कि कुछ दिन पहले ही उसकी पत्नी उससे मिलने गई थी. अजयपाल ने बताया कि उसने जैसलमेर जेल में बंद एक कैदी पृथीपाल सिंह के नाम की भी सुपारी ले रखी थी. इसके लिए उसे हर महीने 50 हजार रुपये मिलते हैं.
अजय पाल ने फरारी के दौरान आहोर में महेंद्र खान की हत्या की थी.जोधपुर में पुलिस कस्टडी में बंदी सुरेश सिंह की हत्या का मुख्य आरोपी है अजय पाल. उसका अगला टारगेट बाड़मेर निवासी प्रतिभा सिंह था. उसकी भी हत्या व सुरेश सिंह की तरह करने वाला था. वह मौका तलाश रहा था कि पृथ्वी बेल पर जैसे ही बार आएगा उसे मौत के घाट उतारना है.
इन राज्यों में अजयपाल ने काटी फरारी
अजय पाल ने फरारी के दौरान कर्नाटक, गुजरात और महाराष्ट्र में प्रवासी मारवाड़ियों का ग्रुप बनाया. उन्हें डरा धमका कर अपना काम करवाता था. उसने दो बार लूट का प्रयास भी किया लेकिन सफल नहीं हो पाया. पुलिस ने अजय पाल के साथ उसके साथी पुष्पेंद्र सिंह को भी बस में हिरासत में लिया. इसके बाद भी दोनों ने भागने की कोशिश की. पुलिस ने अजय पाल और पुष्पेंद्र के साथ 5000 के इनामी अवतार सिंह और वीरेंद्र सिंह को भी गिरफ्तार किया है.