पीएम मोदी का गुजरात दौरा: ऑपरेशन सिंदूर से लेकर आत्मनिर्भर भारत तक का सशक्त संदेश

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पीएम मोदी का गुजरात दौरा: दाहोद से दिया भारत की सुरक्षा और विकास का संकल्प

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को दो दिवसीय गुजरात दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने दाहोद में कई महत्त्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया और एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। यह दौरा ऑपरेशन सिंदूर के बाद उनका पहला सार्वजनिक कार्यक्रम रहा, जिसमें उन्होंने भारत की सुरक्षा नीति को स्पष्ट रूप से दुनिया के सामने रखा।

“दाहोद की धरती वीरों की है”

सभा की शुरुआत में पीएम मोदी ने दाहोद की ऐतिहासिक विरासत का जिक्र करते हुए कहा कि यह वही धरती है जहां महर्षि दधीचि ने बलिदान दिया था। उन्होंने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसमें भारत द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई – ऑपरेशन सिंदूर – का उल्लेख करते हुए कहा,

“भारत अब चुप नहीं बैठता, जो आंख उठाएगा उसे मिट्टी में मिला देंगे।”

22 मिनट में जवाब: नया भारत तैयार है

पीएम ने बताया कि कैसे भारतीय जवानों ने केवल 22 मिनट में आतंकियों को ढेर कर दिया, जिससे देश की ताकत और इच्छाशक्ति का प्रदर्शन हुआ।

9000 हॉर्सपावर इलेक्ट्रिक इंजन प्लांट का उद्घाटन

इस मौके पर पीएम मोदी ने दाहोद में 9000 HP इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव फैक्ट्री का उद्घाटन किया। यह वही फैक्ट्री है जिसका शिलान्यास उन्होंने तीन साल पहले किया था। “यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मील का पत्थर है,” उन्होंने कहा।

गुजरात बना देश का पहला 100% विद्युतीकृत रेलवे राज्य

पीएम ने गर्व से बताया कि गुजरात पहला राज्य बन गया है जहां रेलवे नेटवर्क का शत-प्रतिशत विद्युतीकरण हो चुका है – जो हरित ऊर्जा और इंफ्रास्ट्रक्चर की दिशा में बड़ी उपलब्धि है।

भारत बना मैन्युफैक्चरिंग पावरहाउस

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत न सिर्फ स्मार्टफोन, गाड़ियां, दवाइयां, और रक्षा उपकरण बना रहा है, बल्कि उन्हें दुनिया के कई देशों में निर्यात भी कर रहा है। दाहोद की फैक्ट्री इसका जीवंत उदाहरण है।

मोदी का संदेश: जवाब भी, निर्माण भी

पीएम मोदी ने अपने भाषण के अंत में कहा,

“नया भारत जवाब भी देता है और निर्माण भी करता है। हम आतंक का जवाब पराक्रम से देते हैं और भविष्य का निर्माण आत्मनिर्भरता से।”

यह दौरा न केवल विकास परियोजनाओं के उद्घाटन तक सीमित रहा, बल्कि यह देश की रक्षा, औद्योगिक प्रगति और आत्मनिर्भरता के प्रति मोदी सरकार की प्रतिबद्धता का भी प्रतीक बना।