
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को SCO समिट में शामिल होने से पहले चीन और वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि दुनिया में स्थिरता लाने के लिए भारत और चीन जैसी दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को मिलकर काम करना जरूरी है।
द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने का संदेश
पीएम मोदी ने कहा कि नई दिल्ली बीजिंग के साथ आपसी सम्मान, साझा हितों और संवेदनशीलता पर आधारित दीर्घकालिक रणनीति के माध्यम से द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने पिछले साल रूस के कजान में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ हुई मुलाकात का हवाला देते हुए कहा कि दोनों देशों के संबंध में स्थिर और सकारात्मक प्रगति हुई है।
अमेरिका को दिया संदेश
जापान में 15वें भारत-जापान सालाना बैठक में पीएम मोदी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता को देखते हुए अमेरिका को संकेत दिया कि भारत और चीन को सहयोग करके विश्व अर्थव्यवस्था में संतुलन बनाना चाहिए।
हिंद-प्रशांत और स्वतंत्र व्यापार पर जोर
पीएम मोदी ने जापान की स्वतंत्र और हिंद-प्रशांत नीति की सराहना करते हुए कहा कि भारत की महासागर और हिंद-प्रशांत पहल इस दृष्टिकोण को साझा करती हैं। उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय और वैश्विक समृद्धि के लिए चीन और भारत का सहयोग बेहद महत्वपूर्ण है।