नई दिल्ली / प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को संबोधित किया। मानसून सत्र के दौरान पारित किए गए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री का यह संबोधन काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बता दें राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर जारी किसान आंदोलन का शुक्रवार को 23वां दिन था। इससे पहले गुरुवार को कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों को 8 पन्ने की खुली चिट्ठी लिखी थी। जिसे पीएम मोदी ने भी ट्वीट किया था।पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि जो काम 25 साल पहले होने थे, वो आज करने पड़ रहे हैं।पीएम मोदी ने कहा कि किसानों की उन मांगों को पूरा कर दिया गया है, जिन्हें बरसों से रोका गया था।
किसानों के लिए जो नए कानून बने हैं, ये रात-ओ-रात नहीं आए हैं। पिछले दो दशक से केंद्र, राज्य सरकार और संगठन इसपर मंथन कर रहे थे। पीएम मोदी ने कहा कि जो अपने घोषणापत्र में इन सुधारों की वकालत करते थे, लेकिन कभी लागू नहीं किया। पीएम मोदी ने कहा कि अगर पार्टियों के पुराने घोषणापत्र, कृषि क्षेत्र संभालने वाले लोगों की चिट्ठी देखी जाए तो वहीं बातें नए कृषि सुधारों में की गई हैं। आज विरोधियों को इस बात की तकलीफ है कि मोदी ने ऐसा कैसे कर दिया।पीएम ने कहा कि जिनकी राजनीतिक जमीन खिसक गई है, आज वो किसानों को डरा रहे हैं कि उनकी जमीन चली जाएगी।

पीएम मोदी बोले कि जो लोग आज आंसू बहा रहे हैं, उन्होंने आठ साल तक स्वामीनाथन रिपोर्ट को दबाए रखा। इन्होंने किसानों पर खर्च नहीं किया। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे क्रेडिट मत दो, आपके पुराने घोषणापत्रों को क्रेडिट देता हूं। मैं किसानों को भला चाहता हूं, आप किसानों को भ्रमित करना छोड़ दें। ये कानून लागू हुए 6 महीने से अधिक वक्त हो गया, लेकिन अचानक विपक्ष ऐसे मुद्दे को उठा रहा है। किसानों के कंधे पर बंदूक रखी जा रही है। पीएम मोदी बोले कि हमने किसानों को डेढ़ गुना MSP दिया। कांग्रेस द्वारा की गई कर्जमाफी सबसे बड़ा धोखा है, MP में भी चुनाव के वक्त 10 दिन में कर्ज माफ करने की बात कही, लेकिन नहीं किया | राजस्थान में भी ऐसा ही हुआ।
पीएम मोदी ने कहा कि कर्जमाफी की बात करते हैं, लेकिन छोटे किसानों के बारे में नहीं सोचते हैं। PM मोदी ने बताया कि जितना ये वादा करते हैं उतना कभी कर्ज माफ नहीं करते थे, इसका फायदा कांग्रेस के करीबियों और रिश्तेदारों को मिलता था। ये सिर्फ बड़े किसानों का कर्ज माफ करते थे और समझते थे अपना काम पूरा हो गया। PM मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने 10 साल में एक बार 50 हजार करोड़ रुपये की कर्ज माफी की बात कही, लेकिन हमारी सरकार किसान सम्मान योजना में हर साल 75 हजार करोड़ दिया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर पुरानी सरकारों को चिंता होती तो देश में 100 सिंचाई प्रोजेक्ट नहीं लटकते। हमारी सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर इन योजनाओं को मिशन मोड में पूरा कर रही है। सरकार किसानों की लागत कम करने में लगी है, सस्ते में सोलर पंप दिए जा रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि यूपीए सरकार में यूरिया की दिक्कतें होती थी, लेकिन आज वो परेशानी खत्म हो गई हैं। इन लोगों के वक्त में सब्सिडी किसान के नाम पर चढ़ती थी, लेकिन लाभ किसी और को मिलता था। हमारी सरकार ने भ्रष्टाचार खत्म कर सीधे किसानों के खाते में पैसा दिया।
