त्योहारी सीजन की शुरुआत के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को स्वदेशी वस्तुएं अपनाने का संदेश दिया है। सोमवार को अहमदाबाद से जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार नवरात्रि, दशहरा, धनतेरस और दीपावली सिर्फ सांस्कृतिक उत्सव नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत का पर्व भी बनना चाहिए।
पीएम मोदी ने व्यापारियों से आग्रह किया कि वे अपनी दुकानों के बाहर बड़े अक्षरों में लिखें – “मेरे यहां स्वदेशी बिकता है।” उनका मानना है कि छोटी-छोटी आदतें भी देश की अर्थव्यवस्था को नई मजबूती दे सकती हैं।
अमेरिका का शुल्क और भारत की चुनौती
प्रधानमंत्री की यह अपील ऐसे समय में आई है जब अमेरिका ने रूस से तेल आयात करने पर भारत पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा की है। भारत ने इसे अपनी संप्रभुता पर हस्तक्षेप करार देते हुए स्पष्ट किया कि ऊर्जा सुरक्षा उसकी पहली प्राथमिकता है।
विपक्ष के सवाल और सरकार का जवाब
हालांकि विपक्ष का कहना है कि लंबे समय से ‘मेक इन इंडिया’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ के नारे दिए जा रहे हैं, लेकिन विनिर्माण क्षेत्र में बड़ा उछाल नहीं दिखा। वहीं, मोदी सरकार का तर्क है कि आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते छोटे कदम भविष्य में बड़े बदलाव लाएंगे।
स्वदेशी से राष्ट्रवाद का संदेश
पीएम मोदी की इस अपील को अन्य नेताओं का भी समर्थन मिला है। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रक्षा बंधन पर लोगों से प्रतिज्ञा लेने को कहा कि वे स्वदेशी वस्तुएं अपनाकर देश की रक्षा में योगदान दें। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तो यहां तक कहा कि विदेशी कंपनियों के मुनाफे का इस्तेमाल आतंकवाद, नक्सलवाद और धर्मांतरण जैसे कार्यों में होता है।
त्योहारों की इस रौनक में प्रधानमंत्री का यह संदेश साफ है कि स्वदेशी अपनाना केवल खरीददारी नहीं बल्कि राष्ट्र सेवा है।
