
दिल्ली : – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जापान यात्रा आज से शुरू हो गई है। यहाँ पीएम मोदी का जमकर स्वागत हो रहा है। जापान में निवासरत भारतीय मूल के लोगों ने पीएम का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया।उनके आगमन पर जापान में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों में उत्साह का माहौल है। टोक्यो एयरपोर्ट पहुंचने के बाद पीएम मोदी के अभिवादन में स्थानीय लोगों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किये। अमेरिकी टैरिफ से मची वैश्विक उथल-पुथल के बीच जापान और चीन का दौरा कर रहे पीएम मोदी की यात्रा बेहद अहम है। टोक्यो में सभी कार्यक्रम समाप्त करने के बाद पीएम मोदी 31 अगस्त एवं एक सितंबर को चीन में रहेंगे। सात साल में अपने पहले चीन दौरे के दौरान वह शंघाई सहयोग परिषद (एससीओ) की 25वीं बैठक में हिस्सा लेंगे। पीएम मोदी दुनिया की कुछ बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के साथ बातचीत कर मेक इन इंडिया पहल के लिए समर्थन जुटाएंगे। जापान, चीन व रूस के समर्थन से भारत को अमेरिकी टैरिफ के असर को कम करने में मदद मिलने की उम्मीद है।

अमेरिका के मनमाने टैरिफ के बावजूद भारत चीन के साथ रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के मामले में सावधानी से आगे बढ़ना चाहता है। हालांकि गलवां संघर्ष के बाद वास्तविक नियंत्रण रेखा के टकराव बिंदुओं पर दोनों देशों की सेना पीछे हटी हैं। भारत व चीन के विदेश मंत्रियों ने एक-दूसरे देश की यात्रा की है, व्यापार बढ़ाने की दिशा में पहल हुई है। बावजूद इसके, भारत चीन के संदर्भ में अचानक अपने रुख में तेज बदलाव नहीं लाना चाहता। पीएम मोदी 31 अगस्त को जिनपिंग व 1 सितंबर को पुतिन के साथ बैठक करेंगे। चीन के तियानजिन में होने जा रही एससीओ की बैठक में वैश्विक समीकरण में बड़े बदलाव की पटकथा लिखी जा सकती है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत व चीन के साथ त्रिपक्षीय वार्ता की संभावना तलाशने में जुटे हैं। पीएम मोदी 31 अगस्त को चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग व एक सितंबर को पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इस दौरान पुतिन त्रिपक्षीय वार्ता पर सहमति बनाने की कोशिश करेंगे। अमेरिका से तल्खी के बीच पीएम मोदी का ये विदेश दौरा बेहद अहम माना जा रहा है।