भारत / प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA 2025) के 80वें सत्र में शामिल नहीं होंगे। यह सत्र 23 से 29 सितंबर तक न्यूयॉर्क में होना है। हर साल इस वैश्विक मंच पर प्रमुख विश्व नेता अपने विचार रखते हैं, लेकिन इस बार पीएम मोदी की अनुपस्थिति चर्चा का विषय बन गई है।
भारत-अमेरिका टैरिफ विवाद
यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस से भारत के तेल आयात पर कड़ा रुख अपनाया और दंडात्मक शुल्क लगाने का ऐलान किया। यूक्रेन युद्ध के बीच भारत की ऊर्जा नीति को लेकर वाशिंगटन की आपत्ति दोनों देशों के रिश्तों में नई चुनौतियां पैदा कर रही है।
वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका
संयुक्त राष्ट्र महासभा हमेशा से भारत के लिए अपनी विदेश नीति, वैश्विक शांति और विकास पर विचार रखने का मंच रहा है। प्रधानमंत्री मोदी कई बार यहां भाषण दे चुके हैं और भारत की भूमिका को मजबूत किया है। ऐसे में इस बार उनकी अनुपस्थिति सवाल खड़े कर रही है।
कौन करेगा भारत का प्रतिनिधित्व?
कूटनीतिक सूत्रों के अनुसार, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर भारत की ओर से महासभा में भाषण दे सकते हैं। हालांकि, सरकार ने आधिकारिक तौर पर पीएम मोदी के न जाने का कारण स्पष्ट नहीं किया है।
