
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी से फोन पर बातचीत करते हुए दोहा में हुए इजरायली हवाई हमलों की कड़ी निंदा की। पीएम मोदी ने भारत की स्थायी नीति को दोहराते हुए कहा कि सभी विवादों का समाधान बातचीत और कूटनीति के माध्यम से होना चाहिए। उन्होंने साफ कहा कि भारत क्षेत्र में शांति और स्थिरता के पक्ष में है और आतंकवाद के किसी भी रूप का विरोध करता है।
इस हमले में हमास के पांच सदस्यों की मौत हुई, जिनमें वरिष्ठ नेता खलील अल-हय्या के बेटे हम्माम अल-हय्या, उनके कार्यालय प्रबंधक जिहाद लबाद और तीन अंगरक्षक शामिल थे। इस घटनाक्रम पर चिंता जताते हुए पीएम मोदी ने कतर के शांति प्रयासों और विशेष रूप से गाजा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए की गई मध्यस्थता की सराहना की। वहीं, शेख तमीम ने भारत के समर्थन और एकजुटता के लिए पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया। दोनों नेताओं ने भारत-कतर रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने का संकल्प लिया।
विदेश मंत्रालय ने भी बयान जारी कर कहा कि भारत इन हमलों से चिंतित है और इसका असर क्षेत्रीय सुरक्षा पर गहरा हो सकता है। कतर ने इसे अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा की।
इसी बीच, ट्रंप प्रशासन ने पुष्टि की कि उसे इस हमले की पहले से जानकारी थी। हालांकि, व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलिन लेविट ने स्पष्ट किया कि अमेरिका इस फैसले से सहमत नहीं था। ट्रंप ने बाद में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बातचीत भी की।