
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा से मंडी और कुल्लू जिलों का बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। इससे पहले पीएम मोदी ने उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान भी किया। दोपहर करीब 1.30 बजे कांगड़ा पहुंचने के बाद उन्होंने एक आधिकारिक बैठक की, जिसमें राहत और पुनर्वास उपायों की समीक्षा के साथ-साथ हिमाचल में हुई भारी तबाही का जायजा लिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने हिमाचल प्रदेश के लिए 1,500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की। इसके तहत एसडीआरएफ और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की दूसरी किस्त अग्रिम रूप से जारी की जाएगी। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मंजूरी, राष्ट्रीय राजमार्गों का जीर्णोद्धार, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष के तहत राहत का प्रावधान और पशुधन के लिए मिनी किट भी जारी किए जाएंगे। पीएम ने ट्वीट किया, “इस दुखद घड़ी में प्रभावित लोगों के साथ भारत सरकार कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।”
हिमाचल प्रदेश में अब तक 370 लोगों की मौत दर्ज की गई है। इनमें 205 मौतें बारिश से जुड़ी घटनाओं जैसे भूस्खलन, बादल फटने, फ्लैश फ्लड, बिजली गिरने और डूबने से हुई हैं, जबकि 165 लोग सड़क हादसों में मारे गए। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि कई इलाकों में हालात सामान्य होने में समय लगेगा, लेकिन राहत कार्य और आधारभूत सुविधाओं को बहाल करने का काम तेजी से चल रहा है।
हिमाचल प्रदेश के बाद पीएम मोदी पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। वहां गुरदासपुर में वे एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे और प्रभावित परिवारों से मिलेंगे। पंजाब में अब तक 51 लोगों की मौत हुई है, नदियां उफान पर हैं और कई गांव जलमग्न होकर विस्थापित हो चुके हैं। इस तरह, हिमाचल और पंजाब बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की समीक्षा और वित्तीय सहायता सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार सक्रिय है।