लता मंगेशकर के निधन पर भावुक हुए PM मोदी, बोले- दीदी हमें छोड़कर चली गई हैं… देश में एक खालीपन छोड़ गईं

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 दुनिया के दिलों में खास जगह बनाने वाली गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar  Death) का रविवार को निधन हो गया है. उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने दुख जताया है. उन्होंने कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए कहा, ‘मैं अपनी पीड़ा शब्दों में बयां नहीं कर सकता. दयालु लता दीदी हमें छोड़कर चली गई हैं. वह हमारे देश में एक खालीपन छोड़ गईं, जिसे भरा नहीं जा सकता. आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद रखेंगी, जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मंत्रमुग्ध करने की अद्वितीय क्षमता थी.’

एक अन्य ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा, ‘लता दीदी के गानों ने कई तरह के इमोशन्स को उभारा है. उन्होंने दशकों तक भारतीय फिल्म जगत के बदलावों को करीब से देखा. फिल्मों से परे, वह हमेशा भारत के विकास के बारे में भावुक थीं. वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थीं. मैं इसे अपना सम्मान मानता हूं कि मुझे हमेशा लता दीदी से अपार स्नेह मिला है. उनके साथ मेरी बातचीत अविस्मरणीय रहेगी. लता दीदी के निधन पर मैं भी अपने साथी भारतीयों की तरह शोक में हूं. उनके परिवार से बात की और संवेदना व्यक्त की. ओम शांति.’

इन मंत्रियों ने भी दी श्रधांजलि

भारत की आवाज खो गई- रक्षा मंत्री

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘स्वर कोकिला’ लता मंगेशकर जी के निधन से भारत की आवाज खो गई है. लताजी ने आजीवन स्वर और सुर की साधना की. उनके गाये हुए गीतों को भारत की कई पीढ़ियों को सुना और गुनगुनाया है. उनका निधन देश की कला और संस्कृति जगत की बहुत बड़ी क्षति है. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं.’ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘देश की शान और संगीत जगत की शिरमोर स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी का निधन बहुत ही दुखद है. पुण्यात्मा को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि. उनका जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है. वे सभी संगीत साधकों के लिए सदैव प्रेरणा थी.’

गृहमंत्री ने भी दुख जताया

गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘सुर व संगीत की पूरक लता दीदी ने अपनी सुर साधना व मंत्रमुग्ध कर देने वाली वाणी से ना सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व में हर पीढ़ी के जीवन को भारतीय संगीत की मिठास से सराबोर किया. संगीत जगत में उनके योगदान को शब्दों में पिरोना संभव नहीं है. उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है. मैं खुद को सौभाग्यशाली समझता हूं कि समय-समय पर मुझे लता दीदी का स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त होता रहा. अपने अतुलनीय देशप्रेम, मधुर वाणी और सौम्यता से वो सदैव हमारे बीच रहेंगी. उनके परिजनों व असंख्य प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. ॐ शांति शांति.’