Pitru Paksha 2024: आश्विन माह के कृष्णपक्ष को पितृपक्ष कहा जाता है। पितृपक्ष की शुरूआत 17 सितंबर से हो रही है। पहला श्राद्ध 18 सितंबर को प्रतिपदा तिथि पर दिया जाएगा। 2 अक्टूबर को आमवस्या के दिन इसका समापन हो जाएगा। पितृपक्ष में पूर्वजों की शांति के लिए तर्पण किया जाता है। इस दौरान पितृ धरती पर आकर अपने परिजनों से मिलते हैं। ऐसे में कोई ऐसा काम नहीं करना चाहिए, जिससे वह नाराज हों।
इन कामों को भूलकर ना करें
नए घर का निर्माण ना शुरू करें
पितृ पक्ष के दौरान माना जाता है कि नए घर का निर्माण कार्य नहीं शुरू करना चाहिए। ऐसा करने पर पितृ गुस्सा हो जाते हैं, जिससे नकारात्मकता फैलती है।
मांगलिक कार्य ना करें
पितृ पक्ष के दौरान विशेष ध्यान रखें कि किसी भी तरह का मांगलिक कार्य शुरू नहीं करना चाहिए। मुंडन, सगाई, जनेऊ, गृह प्रवेश आदि कार्यों से दूर ही रहना चाहिए। नए वाहन, आभूषण भी खरीदने से बचना चाहिए, क्योंकि इन सबसे पितृ दुखी होते हैं।
मांस मदिरा से रहें दूर
शास्त्रों की मानें तो पितृपक्ष के दौरान शुद्ध शाकाहारी भोजन ही करना चाहिए। मदिरा या मांसाहार के सेवन से दूर ही रहना चाहिए। ऐसा करने से पितृ नाराज हो सकते हैं, जिसका घर परिवार पर गलत असर दिख सकता है।
इन खानों तो हाथ ना लगाए
पितृ पक्ष के दौरान इन चीजों को भूलकर भी हाथ नहीं लगाना चाहिए। चना, काला नमक, खीरा, सरसों का साग, कद्दू आदि चीजों से दूरी बनानी चाहिए।
रात में ना करें श्राद्ध
पितृपक्ष में पितृ का तर्पण व श्राद्ध सूर्य की रोशनी में ही करना चाहिए। इस बात का ध्यान रखें कि यह रात के अंधेरे में नहीं करना चाहिए। इसको अशुभ माना जाता है।