जयपुर : कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के रूप में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम पर मुहर लगने के बाद पार्टी में सियासी घमासान तेज़ है | उनकी जगह नए मुख्यमंत्री के नाम पर सचिन पायलट का नाम लगभग तय माना जा रहा है | जबकि गहलोत के करीबी सीपी जोशी उपमुख्यमंत्री बन सकते है | इस पर फैसले के लिए सीएम आवास पर आज शाम 7 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है | इस बैठक के लिए राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रभारी महासचिव अजय माकन को पर्यवेक्षक बनाया गया है | दोनों नेता भी जयपुर पहुँच गए है |
बताया जाता है कि एक व्यक्ति एक पद की मांग वाला फार्मूला पायलट के लिए रामबाण साबित हुआ है | इस के चलते अशोक गहलोत का पार्टी के अध्यक्ष पद के साथ मुख्यमंत्री बने रहने का सपना टूट गया है | माना जा रहा है कि गहलोत को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी का समर्थन है. ऐसे में गहलोत की जीत तय मानी जा रही है |
उधर सीएम पद को लेकर टकराव अभी भी जारी है | हालाँकि सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर टकराव नई बात नहीं है | राहुल गाँधी के पायलट से किये गए वादे को निभाने के लिए खुद राहुल गांधी ने अब तक सीपी जोशी को राज्य में मुख्यमंत्री बनाने को लेकर कोई हामी नहीं भरी है | इसके चलते पायलट को सीएम की कुर्सी मिलने की उम्मीद है | जबकि गहलोत इसका पुरजोर विरोध कर रहे हैं | वे जोर दे रहे है कि सीएम बनाने का फैसला सोनिया गांधी विधायकों की राय पर ही करेंगी |
इधर राजधानी जयपुर में सचिन पायलट के आवास पर आज सुबह से हलचल उस समय तेज हो गई जब राहुल गाँधी के कुछ संदेश संगठन के जरिए कुछ नेताओ तक पहुंचे। इसके बाद पायलट से विधायकों का मिलने का सिलसिला शुरू हो गया। आज करीब आधा सैकड़ा विधायक पायलट से मुलाकात करने पहुंचे है । पायलट से विधायकों का मिलने का सिलसिला अभी भी जारी है |