पन्ना / पन्ना टाइगर रिजर्व एक हाथी पर्यटकों की फोटो खींचने में माहिर हो गया था | वो मूड में आते ही कैमरे से तस्वीरें खींच लेता था | अपनी इस खूबियों की वजह से ये हाथी काफी सुर्ख़ियों में रहा | लेकिन अब वो उसी रेंजर की हत्या को लेकर सुर्ख़ियों में है, जिसने उसे कैमरा से परिचित कराकर फोटों खींचना सिखाया था | ना जाने क्यों इस हाथी को इतना गुस्सा आया कि उसने रेंजर को पटक -पटक कर मार डाला | घटना के दौरान इस रेंजर ने बचने की भरपूर कोशिश की | लेकिन हाथी के सिर पर जैसे खून सवार था | उसने रेंजर को भागने का मौका नहीं दिया | उसके पीछे दौड़ पड़ा | फिर आखरी साँस तक उसे पटकता रहा |
हाल ही में मध्यप्रदेश के कई टाइगर रिजर्व में हाथियों की जमकर खातिरदारी की जा रही थी | लेकिन पन्ना टाइगर रिजर्व में एक बाघ की तलाश में निकले वन कर्मियों के दस्ते में शामिल हाथी ने वो कारनामा किया जिससे जंगल की शांति भंग हो गई है | टाइगर रिजर्व के हिनौता रेंज में इस हाथी ने अचानक रेंजर बीआर भगत पर हमला बोल दिया | इस हाथी का नाम रामबहादुर बताया जाता है | रामबहादुर रेंजर भगत से काफी हिला मिला था |
जब भी वो उसका नाम पुकारते ये हाथी उनके पास चला आता | रेंजर भगत को हाथियों से बेहद लगाव था| वो अक्सर हाथियों को सजाते संवारते रहते थे | लेकिन वे उसके गुस्से का शिकार हो गए | जंगल में बाघ की तलाश में निकले रेंजर बीआर भगत पर रामबहादुर हाथी को इतना गुस्सा आया कि उसने उन्हें अपने नुकीले दांतो से मार डाला | भगत के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल में भेजा गया| इस पूरी घटना से पन्ना टाइगर रिजर्व में शोक का माहौल है|
जानकारी के अनुसार टाइगर रिजर्व के रेंज में टी-431 और पी-123 कोड नंबर वाले दो बाघों के बीच कुछ दिनों पूर्व इलाके को लेकर लड़ाई शुरू हुई थी | इस दौरान दोनों के बीच हुए संघर्ष में पी -123 बाघ की जान चली गई थी | हालाँकि इस संघर्ष में टी-431 को भी चोटें आई थी | यह बाघ कुछ दिनों से नजर नहीं आ रहा था | लिहाजा इसका पता लगाने के लिए रेंजर भगत लगातार जंगल की खांक छान रहे थे | बाघ की तलाश में उनके साथ हाथी रामबहादुर भी जुटा था | सर्चिंग के दौरान अचानक हाथी रामबहादुर हमलावर हो गया | उसे ना जाने इतना गुस्सा आया कि उसने रेंजर भगत को धक्का मारते हुए पहले जमीन पर गिरा दिया | इसके बाद हाथी ने उनके सीने पर नुकीले दांतों से वार किया | हमले के दौरान भगत ने मौके से भागने की कोशिश भी की | लेकिन वे कामयाब नहीं हो पाए | इस हमले में उनकी मौत हो गई |
क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व के केएस भदौरिया ने बताया कि रेंजर भगत उस बाघ की लोकेशन के लिए तलाशी में जुटे थे | उनके मुताबिक जंगल में हाथी पर महावत के साथ स्टाफ का एक व्यक्ति भी बैठा था | घटना के वक़्त रेंजर भगत उसे वायरलेस सेट दे रहे थे | उसी दौरान हाथी हमलावर हो गया | उन्होंने कहा कि वन्यप्राणियों की सुरक्षा करते हुए उनकी जान गई है|
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उधर इस मामले में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी दुख जताया है | मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि ”टाइगर ट्रैकिंग के दौरान हिनौता रेंज की रेंज ऑफिसर बीआर भगत की हाथी के हमले से हुए निधन की दुःखद सूचना मिली| उन्होंने कर्तव्यों का पालन करते हुए अपने प्राण न्योछावर किये | मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति देने की प्रार्थना करता हूं |”