शख्स ने ऑर्डर किया iPhone, डिलीवर होने के बाद खोला डब्बा तो उड़ गए होश, निकली ये चीज

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ई-कॉमर्स से गलत प्रोडक्ट डिलीवर होने की कई घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं. Amazon और Flipkart जैसी कंपनियों से गलत प्रोडक्ट डिलीवर होने की खबरें सोशल मीडिया पर आती रहती हैं. ताजा मामला गुरुग्राम का है, जहां एक डिलीवरी एजेंट ने एक ग्राहक को iPhones और AirPods डिलीवर करने के बजाय उसके डमी से रिप्लेस कर दिया. गुरुग्राम पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, मैट्रिक्स फाइनेंस सॉल्यूशन के स्टेशन इंचार्ज रवि ने यहां काम करने वाले डिलीवरी एजेंट ललित के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है.

डिलीवरी एजेंट ने किया खेल
एक नया मामला गुरुग्राम से सामने आया है, जहां Amazon के एक डिलीवरी एजेंट ने ग्राहक को iPhones और AirPods की बजाय अपने डमी फोन से रिप्लेस कर दिए. शिकायत के मुताबिक, रवि ने बताया कि ललित ने Amazon से इन प्रोडक्ट्स को डिलीवर करवाने के लिए आदेश दिया था, लेकिन जब ग्राहक से संपर्क नहीं हुआ तो उन्होंने अपने भाई को प्रोडक्ट्स को वापस भेजने के लिए भेज दिया.

मामला हुआ दर्ज
इस दौरान, ललित ने ग्राहक को अपने डमी फोन से रिप्लेस प्रोडक्ट्स भेज दिए, जो गलत थे. अभी गुरुग्राम पुलिस मामले की जांच कर रही है. जब कंपनी ने वापस आए पार्सल की जांच की तो उसमें छेड़छाड़ के निशान मिले. जब पार्सल खोला गया तो पाया गया कि वहां असली iPhones की जगह डिलीवरी एजेंट ललित ने उनके डमी फोन रखे हुए थे. इस विवाद के बाद, गुरुग्राम पुलिस ने डिलीवरी एजेंट ललित के खिलाफ IPC सेक्शन 420 के तहत धोखाधड़ी और सेक्शन 408 के तहत आपराधिक मामले दर्ज किए हैं. बता दें, ललित फरार चल रहा है और पुलिस खोज में जुटी है.

क्या है मामला
रवि ने शिकायत की है कि उन्होंने Amazon से एक पार्सल मंगवाया था, जिसे डिलीवर करने के लिए ललित नाम के डिलीवरी एजेंट को भेजा गया था. पिछले महीने 27 मार्च को, ललित ने रवि के एक ग्राहक को दस iPhones और AirPods डिलीवर किए थे. लेकिन बाद में रवि ने बताया कि वे ग्राहक से संपर्क नहीं कर पाए थे और ऑर्डर कैंसिल कर दिया था.

जब पार्सल कंपनी ने ललित द्वारा डिलीवर किए गए पार्सल की जांच की तो उन्होंने पाया कि इसमें छेड़छाड़ हुई है. पार्सल खुला तो उसमें एक्चुअल iPhones की जगह उनके डमी फोन रखे हुए थे. इसके बाद गुरुग्राम पुलिस ने ललित के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज कर IPC सेक्शन 420 के तहत धोखाधड़ी और सेक्शन 408 के तहत आपराधिक मामले दर्ज किए हैं. ललित फिलहाल फरार है और पुलिस उसकी खोज कर रही है.