Money Line on Palm: आपने लोगों को कहते हुए अक्सर सुना होगा कि इंसान अपना भाग्य अपने हाथ में लेकर आता है. हम सभी के हाथ की रेखांए एक-दूसरे से अलग होती हैं. यही कारण होता है कि हर किसी के जीवन में सुख और दुख भी एक दूसरे से भिन्न होते हैं. कोई काम ना करके भी राजा की तरह जिंदगी बिता रहा है तो किसी को दिन रात मेहनत के बाद भी पेटभर खाना नहीं मिल पाता. आइए जानते हैं कि किस तरह की भाग्य रेखाएं जीवन में सुखों और पैसों की भरमार कर सकती हैं.
राजा की तरह जीते हैं ऐसे लोग
समुद्रशास्त्र के अनुसार हाथ में भाग्य रेखा की शुरुआत मणिबंध से होती है. ये उर्घ्व रेखा जो जीवन रेखा के अंदर से या हाथ के मध्य से भी शुरू होती है. यदि भाग्य रेखा की शुरुआत में शंख या मछली का चिह्न है तो व्यक्ति बहुत धनवान होता है और उसका जीवन राजाओं के जैसा होता है.
ऐसे लोगों का जीवन होता सफल
सफल व्यक्तियों के बारे में ऐसा कहा जाता है कि उनकी भाग्य रेखा अनामिका अंगुली तक होती है. जिनकी भाग्य रेखा सूर्य क्षेत्र यानी अनामिका अंगुली तक चली जाती है. वो कला और व्यापार में नाम और पैसा दोनों कमाते हैं. यदि यही भाग्य रेखा बुध क्षेत्र तक यानी छोटी अंगुली तक हो तो व्यक्ति अपनी बुद्धि के बल पर व्यापार में सफलता के आसमान चूमता है. भीड़ के बीच में भी इन व्यक्तियों की अलग पहचान होती है.
बुढ़ापे में होती है परेशानी
ऐसे व्यक्ति बेहद भाग्यशाली होते हैं जिनकी भाग्य रेखा शनि क्षेत्र यानी मध्य तक होती है. भाग्य रेखा के अंतिम सिरे पर जाल के जैसी संरचना का होना अच्छा संकेत नहीं माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि ऐसे लोगों के सामने बुढ़ापे में आर्थिक तंगी रहती है.
जवानी में कमाया, बुढ़ापे में खाया
यदि किसी व्यक्ति की भाग्य रेखा शनि क्षेत्र यानी मध्यमा अंगुली से होते हुए गुरु क्षेत्र यानी तर्जनी अंगुली तक जाती है तो ऐसा व्यक्ति अपनी जवानी में इतना पैसा कमा लेता है कि बुढ़ापे तक उसका अंत नहीं होता है. इसके साथ ही इनके पास जीवनभर पैसा आता रहता है.