राजनांदगांव लोकसभा सीट की जनता बिकाऊ माल नही, वोट के सौदागरों से सतर्क, भारी मतदान जारी, भू-पे की लाखों की रकम जब्त, एफएसटी एवम पुलिस की संयुक्त कार्यवाही…

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रायपुर/राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ में लोकसभा के दूसरे चरण में कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद सीट पर मतदाताओं के बीच काफी गहमा-गहमी देखी जा रही है। सुबह होते ही शहरी और ग्रामीण इलाकों के कई मतदान केंद्रों में भारी भीड़ देखी गई। धूप और खराब मौसम से बचने के लिए कई मतदाता सुबह-सबेरे से ही पोलिंग बूथ का रूख कर रहे हैं। राजनांदगांव , कवर्धा , मोहला- मानपुर, खुज्जी, डोंगरगढ़, खैरागढ़, छुईखदान, पंडरिया के कई मतदान केंद्रों में लंबी कतारें लग गई है। मतदाता अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। यही हाल महासमुंद , बागबाहरा, कुरूद और धमतरी में भी देखा जा रहा है।

उधर खबर आ रही है कि बीती रात भू-पे बघेल ने मतदान प्रभावित करने के लिए अपनी थैली खोल दी है। कई वोट के सौदागर जनता के बीच मतदान को प्रभावित करने में जुटे हुए हैं। भू-पे के लिए नोट लो और वोट दो का नारा , बुलंद किया जा रहा है। बताते हैं कि पाटन विधान सभा सीट में जिस तरह से वोट पाने के लिए लाखों रुपए उड़ाए गए थे , उसी तर्ज पर वोटों का सौदा राजनांदगांव लोकसभा सीट में भी एक गिरोह द्वारा अंजाम दिए जाने की घटना सामने आई है। यहां पुलिस ने भू-पे बघेल गिरोह से लाखों की रकम बरामद की है। दो व्यक्ति नगदी और वाहन समेत धरे गए हैं , जबकि मौके से फरार आधा दर्जन संदेहियों की तलाश में पुलिस जुटी है।

राजनांदगांव की जनता बिकाऊ माल नही है , नोट देकर उनका वोट खरीदा नही जा सकता। वोटों के सौदागरों को जागरूक मतदाता माकूल जवाब दे रहे हैं। कोई भ्रष्टाचार और कांग्रेस शासन के काले कारनामों के खिलाफ मतदान कर रहा है , तो कोई मोदी गारंटी और महतारी वंदन योजना का गुणगान करते हुए अपने मताधिकार का उपयोग कर रहा है। अपने वोट खरीदने वालों को जनता नकार रही है। वोट के बदले नोट का सौदा करने वालों को ज्यादातर इलाकों में मुंह की खानी पड़ रही है। साफ सुथरी छवि और विकास पर जोर देने वाले प्रत्याशी को जनता का समर्थन मिलते देखा जा रहा है , जबकि भ्रष्टाचार और घोटालों के सरताज भू-पे के खिलाफ जमकर आक्रोश देखा जा रहा है।

नगदी जब्ती का मामला कांग्रेस के पक्ष में वोट डलवाने हेतु वाहन में पैसा परिवहन होने से जुड़ा है। इसकी सूचना पर एफएसटी दल क्रमांक- 04 विधानसभा क्षेत्र क्र0- 74 डोंगरगढ़ के दल प्रभारी संजय बोपचे ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी (कार्यपालिक मजिस्ट्रेट) ने अपनी टीम के साथ बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया है। घटना उस वक्त की बताई जा रही है , जब आधी रात लाखों की रकम बूथ प्रभारियों को सौंपी जा रही थी। यह रकम लिफाफों के भीतर रख कर घर- घर पहुंचाई जा रही थी। स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी चुनाव आयोग को सौंपी।

इलाके के थाना प्रभारी निरीक्षक सी0आर0 चन्द्रा, उप निरीक्षक शंकर गिरी गोस्वामी द्वारा मौके पर शिवाजी होटल के पास पहुंच कर एक वाहन क्रमांक- CG 08/5712 को अपने कब्जे में लिया गया है। वाहन में कुल 06 नग लिफाफा पाया गया है , प्रत्येक लिफाफे में 10000-10000 रूपए भरे पाए गए हैं। आयोग की टीम ने कुल रकम 60000/-रूपए जब्त की है। इस सिलसिले में वाहन चालक सोनूराम साहू और बिसम्बर को हिरासत में लिया गया है। आरोपियों के मुताबिक कांग्रेस पार्टी के बूथ कार्यकर्ताओं को यह लिफाफे सौंपे जाने थे।

इसी रात एक अन्य घटना में सफारी वाहन क्रमांक CG 04- HC- 8469 को चेक करने पर कुल- 113287/रूपए बरामद किए गए हैं। यह शख्स भी रकम भू-पे की होने की तसदीक कर रहा है। इस सिलसिले में लोकेन्द्र सिंग पिता स्व0 आर0एस0 सिंग उम्र- 52 साल, निवासी नेहरू नगर, थाना सुपेला जिला दुर्ग को हिरासत में लिया गया है। बताते हैं कि आरोपी द्वारा वाद-विवाद करने , शांति भंग होने व संज्ञेय अपराध के अंदेशे पर अनावेदक के विरूद्ध प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की गई है। एफएसटी एवं डोंगरगढ़ पुलिस की तारीफों के पुल बांधते , कई मतदाता नजर आए , नोट के बदले वोट मामले को लेकर जहां भू-पे और उसकी कांग्रेस बगले झांक रही हैं , वहीं मतदाताओं के जोशो खरोंश से बीजेपी फुले नही समा रही है।