
5 अगस्त 2025 को अनुच्छेद 370 हटाए जाने के छह साल पूरे हो गए हैं। इन वर्षों में जम्मू-कश्मीर में हालात में सकारात्मक बदलाव आए हैं। आतंकी घटनाएं घटी हैं और पर्यटन में भारी वृद्धि हुई है। लेकिन इसी दिन कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि पाकिस्तान ने पुंछ सेक्टर में संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है।
इन रिपोर्ट्स को खारिज करते हुए भारतीय सेना ने आधिकारिक बयान जारी कर साफ किया है कि नियंत्रण रेखा (LoC) पर किसी भी तरह का संघर्ष विराम उल्लंघन नहीं हुआ है। सेना ने कहा, “पुंछ क्षेत्र में फायरिंग को लेकर जो खबरें आ रही हैं, वे झूठी हैं। कृपया असत्यापित जानकारी न फैलाएं।”
सेना का दो टूक बयान
भारतीय सेना ने ट्वीट के जरिए कहा:
“यह स्पष्ट किया जाता है कि नियंत्रण रेखा पर कोई संघर्ष विराम उल्लंघन नहीं हुआ है। कृपया असत्यापित जानकारी फैलाने से बचें।”
इससे पहले सूत्रों के हवाले से कहा गया था कि पाकिस्तान ने बिना किसी उकसावे के गोलीबारी की। लेकिन सेना के बयान ने इन अटकलों पर विराम लगा दिया।
अनुच्छेद 370 हटाने के बाद के बदलाव
5 अगस्त 2019 को केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 हटाकर जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म किया था। इसके बाद राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों—जम्मू-कश्मीर और लद्दाख—में विभाजित कर दिया गया।