
भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद आज भी बीमारियों से बचाव और स्वस्थ जीवन का मूल आधार मानी जाती है। पतंजलि योगपीठ के संस्थापक योगगुरु बाबा रामदेव ने देशभर में योग और आयुर्वेद को लोकप्रिय बनाते हुए लाखों लोगों को असाध्य बीमारियों से मुक्ति दिलाई है। बाबा रामदेव का कहना है कि अगर जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव किए जाएं तो गंभीर बीमारियों से भी बचाव संभव है। उन्होंने लोगों को कुछ ऐसी चीजों से हमेशा दूर रहने की सलाह दी है जो शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकती हैं।
पेट साफ करने वाली दवाइयों से रहें दूर
बाबा रामदेव के अनुसार, बाजार में मिलने वाले पेट साफ करने वाले चूर्ण और दवाइयों में सनाय या सोनामखी मिलाई जाती है। इसका लंबे समय तक इस्तेमाल करने से पेट में मरोड़ और तेज दर्द की समस्या हो सकती है। ऐसे उत्पादों का सेवन कभी नहीं करना चाहिए।
हेयर ऑयल में मिनरल ऑयल न करें इस्तेमाल
योगगुरु का कहना है कि बालों के तेल में मौजूद मिनरल ऑयल कैंसर कारक होता है। इसलिए बालों में ऐसे तेल का प्रयोग न करें। इसके बजाय नारियल तेल, सरसों का तेल, केश कांति या दिव्य कांति तेल का इस्तेमाल करना चाहिए।
रिफाइंड ऑयल और वनस्पति घी से बचें
बाबा रामदेव का कहना है कि रिफाइंड ऑयल जैसे सोयाबीन और सूरजमुखी का तेल लंबे समय तक खाने से कैंसर, हड्डियां कमजोर होना, इम्युनिटी कम होना और त्वचा रोग जैसी समस्याएं हो सकती हैं। पाम ऑयल और वनस्पति घी का सेवन भी सेहत के लिए हानिकारक है। रसोई में सरसों, मूंगफली, नारियल का तेल और गाय का घी सबसे अच्छा विकल्प है।
एलोपैथी दवाइयों का कम प्रयोग करें
बाबा रामदेव सलाह देते हैं कि रोजाना एक जैसा अन्न खाने से बचना चाहिए। आहार में मल्टी ग्रेन दलिया, जौ और गेहूं का दलिया शामिल करना चाहिए। वहीं दस्त, सिर दर्द और बुखार में बार-बार एलोपैथी दवाइयों का सेवन करने की बजाय बेल पाउडर और ईसबगोल जैसे आयुर्वेदिक उपाय अपनाने चाहिए।