पैनिक अटैक की स्थिति किसी भी इंसान में अचानक से डर, घबराहट और चिंता पैदा कर देती है, जोकि एक गंभीर स्थिति होती है | पैनिक अटैक के लक्षणों में लोगों को सांस लेने में परेशानी, पसीना आना, कांपना और दिल की धड़कनें तेज होने समस्याएं होने लगती हैं | यह आज के समय की एक ऐसी समस्या बन गई है जो न सिर्फ बुजुर्गों में बल्कि बच्चों में भी देखने को मिलती है | बच्चे के लिए ये अटैक काफी भयानक और जानलेवा हो सकते हैं, तो आइए आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं, जिनको अपनाकर आप अपने बच्चों में पैनिक अटैक की स्थिति को कंट्रोल में कर सकते हैं |
गहरी सांस लें
हाइपरवेंटीलेटिंग पैनिक अटैक होने पर की बच्चों का डर काफी हद तक बढ़ सकता है, ऐसे में उन्हें गहरी सांस लेने को कहें, इससे उनकी घबराहट कम होने में मदद मिलती है | ऐसे में अपने बच्चों को बताएं कि अगर उन्हें कभी पैनिक अटैक का सामना करना पड़ा तो इस दौरान उन्हें तुरंत अपने मुंह से गहरी सांस लेनी चाहिए, साश ही हवा धीरे-धीरे आपकी छाती और पेट में भरकर धीरे-धीरे सांस को फिर से छोड़ें. ये आपको सामान्य बनाने में काफी मदद करता है |
अपनी मांसपेशियों को आराम दें
आपके शरीर की मांसपेशियां आपको इस पैनिक अटैक की स्थिति से बचने में काफी सहायक होती है | ऐसे में आप अपने बच्चे की मांसपेशियों जैसे उसके हाथ की उंगलियों को आराम देने की कोशिश करें | इसके लिए आप अपने बताएं कि इस स्थिति में आप अपने शरीर और मांसपेशियों को आराम देने की कोशिश करें |
अपनी आंखें बंद करें
कुछ पैनिक अटैक ऐसे होते हैं जो अचानक से आकर जो बच्चों पर काफी असर डालते हैं | अगर कोई बच्चा बहुत अधिक उत्तेजनाओं में है तो ऐसे में इस स्थिति पर काबू पाने के लिए उसकी आंखें तुरंत बंद कर दें | यह किसी भी ज्यादा उत्तेजना को रोक सकता है इससे आपको सांसों पर ध्यान केंद्रित करने में काफी सहायता मिलती है |
लैवेंडर ऑयल का उपयोग करें
लैवेंडर ऑयल किसी को भी तनाव और चिंता से मुक्त करने का काम कर सकता है | यह आपके शरीर को आराम प्रदान करने में मददगार साबित हो सकता है | अगर कभी आपके बच्चो को घबराहट के दौरे पड़ने का खतरा होता है, तो आप तुरंत अपने बच्चे को लैवेंडर ऑयल सुंघाएं | इससे आपके बच्चे को सामान्य स्थिति में लाने में सहायता मिलती है |
हैप्पी मैमोरी को याद करें
बच्चे ज्यादातर ऐसी चीजों को देखकर या सोचकर खुश और चिंतामुक्त होते हैं जो उनको काफी खुशी देती है | इस स्थिति में आप बच्चे को उसकी पसंदीदा चीज या जगह के बारे में बताने की कोशिश करें जैसे पहाड़ियों, नदी जैसी कई अन्य चीजों की मदद से आप बच्चे को सामान्य कर सकते हैं | ऐसे में आप अपने बच्चों को भी बताएं कि अटैक की स्थिति में आप उन चीजों या जगहों के बारे में सोचें जो आपको बहुत खुश बनाती हैं |