शासकीय करण करने की मांग को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर पंचायत सचिव , दो सौ प्रकार के कार्यो को जमीनी स्तर तक ले जाने वाले पंचायत सचिवों की शासकीय करण क्यों नहीं ?

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रिपोर्टर-रफीक खांन

सुकमा – जिला सचिव संघ के नेतृत्व में पंचायत सचिव संघ अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बीते दिन से चले गए हैं । 29 विभाग के 200 प्रकार के कार्य को जमीनी स्तर पर ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करने की बात कहते पंचायत सचिव संघ हड़ताल पर बैठे हैं। बीते दिनों एक दिवसीय धरना प्रदर्शन रैली जिला मुख्यालय में आयोजित करते हुए सांकेतिक हड़ताल पर बैठ अब मांगे पुरी होते तक अनिश्चित कालीन की शुरुआत करते ब्लाॅक मुख्यालय कोंटा में बैठे रहें । राज्य शासन एवं केन्द्र शासन के विभिन्न सेवाओं को लोकतंत्र के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का कार्य करने वाले पंचायत सचिवों की यह लड़ाई अब कितने दिनों तक चलेगी देखना होगा। पंचायत सचिवों के साथ नियुक्त सभी कर्मचारी जैसे शिक्षाकर्मी को शासन द्वारा शासकीय करण कर दिया गया हैं । केवल पंचायत सचिव ही शासकीय करण से वंचित है। पंचायत सचिवों को शासकीय करण करने प्रदेश के 65 विधायकों ने अपना अनुसंशा पत्र शासन को प्रेषित किया है । पंचायत सचिवों के कार्य को देखते हुए एवं विधायकों के अनुशंसा पत्र को ध्यान में रखते हुए 2 वर्ष परिवीक्षा अवधि समाप्त पश्चात शासकीय करण करने की मांग सचिवों की प्रमुख हैं ।बीते दिनों चौहदा दिसम्बर के प्रांतीय बैठक के बाद लिए गये निर्णय अनुसार लंबित मांग पर सहानुभूति पूर्वक विचार नही करने की स्थिति में ब्लाॅक इकाई के पंचायत सचिव 26 दिसम्बर से जनपद मुख्यालय में काम बन्द- कलम बन्द अनिश्चित कालीन हड़ताल पर रहेंगे ।

प्रदेश के 146 विकास खंडों में पंचायत सचिव की हड़ताल

कोंटा विकास खंड के 61 पंचायतों के सचिवों ने ब्लाॅक सचिव संघ के बेनर तले अपनी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने की प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि। प्रदेश पंचायत सचिव संघ के निर्णय अनुसार प्रदेश के 146 विकास खंडों के पंचायत सचिव आगामी अपनी मांग पुरी होने तक अनिश्चित कालीन हड़ताल पर रहेंगे । ज्ञात हो कि पुरे प्रदेश में सेवारत 10967 पंचायतों सचिव की मांग है कि उन्हें शासकीय करण किया जाये । सुकमा सचिव संघ के जिला अध्यक्ष गिरीश कुमार कष्यप ने न्यूज़ टुडे से चर्चा करते हुए कहा कि 26 दिसम्बर से अनिश्चित कालीन हड़ताल की शुरुआत जिले के तीनों विकास खंडों शुरू की गई है । अपनी एक सुत्रीय मांग को लेकर जिले के तीनों ब्लाकों के 155 पंचायतों के सचिव हड़ताल पर है । आगे जो भी प्रदेश स्तर से आदेश होगी उसके परिपालन में सुकमा जिला सचिव संघ निर्णय लेगी ।