
आज 23 अक्टूबर, 2025 गुरुवार, के दिन कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि है. इसके देवता विवादेव होते हैं. इस दिन चंद्रमा का दर्शन शुभ माना जाता है. शादी, वेडिंग रिंग की खरीदी और देवताओं की स्थापना के लिए यह तिथि शुभ होती है. किसी भी तरह के तकरार या विवाद के लिए यह तिथि अच्छी नहीं मानी जाती है. आज भैया दूज, यम द्वितीया और चित्रगुप्त पूजा है. आज चंद्र दर्शन भी है.
23 अक्टूबर का पंचांग
- विक्रम संवत : 2081
- मास : कार्तिक
- पक्ष : शुक्ल पक्ष द्वितीया
- दिन : गुरुवार
- तिथि : शुक्ल पक्ष द्वितीया
- योग : आयुष्मान
- नक्षत्र : विशाखा
- करण : बलव
- चंद्र राशि : तुला
- सूर्य राशि : तुला
- सूर्योदय : सुबह 06:39 बजे
- सूर्यास्त : शाम 06:07 बजे
- चंद्रोदय : सुबह 07.57 बजे
- चंद्रास्त : शाम 06.34 बजे
- राहुकाल : 13:49 से 15:15
- यमगंड : 06:39 से 08:05
दैनिक महत्व वाली गतिविधि के लिए उपयुक्त है नक्षत्र
आज के दिन चंद्रमा तुला राशि और विशाखा नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र 20 डिग्री तुला से 3:20 डिग्री वृश्चिक राशि तक फैला हुआ है. इसके शासक ग्रह बृहस्पति और देवता सतराग्नि हैं, जिसे इन्द्राग्नि भी कहा जाता है. यह मिश्रित प्रकृति का नक्षत्र है. नियमित कर्तव्यों के पालन के लिए, किसी की पेशेवर जिम्मेदारियों को सौंपने के लिए, घरेलू काम और दिन-प्रतिदिन के महत्व की किसी भी गतिविधि के लिए ये उपयुक्त नक्षत्र है.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 13:49 से 15:15 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.