
आज 03 अक्टूबर, 2025 शुक्रवार, के दिन आश्विन महीने की शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि है. इस तिथि के रक्षक भगवान विष्णु है. विवाह समारोह के साथ स्वनियंत्रण और उपवास के लिए यह तिथि अच्छी है. साथ ही धन प्रदायक गतिविधियों की ऊर्जा के साथ खुद को संलग्न करने के लिए भी यह तिथि अच्छी है. इस एकादशी को पापांकुशा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. आज सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है.
3 अक्टूबर का पंचांग
- विक्रम संवत : 2081
- मास : आश्विन
- पक्ष : शुक्ल पक्ष एकादशी
- दिन : शुक्रवार
- तिथि : शुक्ल पक्ष एकादशी
- योग : धृति
- नक्षत्र : श्रवण
- करण : वणिज
- चंद्र राशि : मकर
- सूर्य राशि : कन्या
- सूर्योदय : सुबह 06:31 बजे
- सूर्यास्त : शाम 06:25 बजे
- चंद्रोदय : दोपहर 03.46 बजे
- चंद्रास्त : देर रात 02.59 बजे (4 अक्टूबर)
- राहुकाल : 10:59 से 12:28
- यमगंड : 15:26 से 16:56
यात्रा के लिए उपयुक्त है नक्षत्र
आज के दिन चंद्रमा मकर राशि और श्रवण नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र मकर राशि में 10 डिग्री से लेकर 23:20 तक फैला हुआ है. इसके देवता हरि हैं और इस नक्षत्र पर चंद्रमा का शासन है. यह गतिशील तारा है, जिसमें यात्रा करने, वाहन चलाने, बागवानी करने, जुलूस में जाने, दोस्तों से मिलने, खरीदारी करने और अस्थायी प्रकृति के किसी भी तरह के कार्य किए जा सकते हैं.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 10:59 से 12:28 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.