भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया। 8 मई को पाकिस्तान ने अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर और अन्य नागरिक ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने समय रहते कार्रवाई करते हुए इस हमले को विफल कर दिया।
भारतीय सेना के एक जवान ने एएनआई को बताया कि 8-9 मई की रात को पाकिस्तान ने सीमा पर गोलीबारी शुरू कर दी और घुसपैठ की कोशिश की। सेना की जवाबी कार्रवाई इतनी सटीक थी कि सुबह तक पाकिस्तान को घुटनों पर आना पड़ा और उन्होंने अपने पोस्ट पर सफेद झंडा लहराया।
वायु रक्षा प्रणाली ने निभाई अहम भूमिका
हमले को विफल करने में आकाश मिसाइल सिस्टम और एल-70 वायु रक्षा बंदूकों की भूमिका अहम रही। जवान ने बताया कि भारतीय सेना ने अपने कुल संसाधनों का सिर्फ 10 फीसदी उपयोग कर इस हमले को रोका। सेना ने कामिकाजे ड्रोन और माइक्रो-ड्रोन (जैसे यिहा-III और सोंगर) भी बरामद किए, जो संभवतः मेड इन तुर्की हैं।
आतंकी ठिकानों पर भारत का पलटवार
सैनिकों ने बताया कि 7 मई को भारतीय सेना ने पाकिस्तान के मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा और बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे। इसके जवाब में पाकिस्तान ने ड्रोन और रॉकेट से नागरिक ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन उसे कोई सफलता नहीं मिली।