जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर बड़ा खुलासा सामने आया है। ऑपरेशन महादेव के तहत मारे गए तीन आतंकियों की पहचान हो गई है और सभी पाकिस्तानी निकले हैं। इनमें से एक—सुलेमान शाह उर्फ फैजल जट—हमले का मास्टरमाइंड था। सुरक्षा एजेंसियों को इन आतंकियों के पास से पाकिस्तान के वोटर ID कार्ड, सैटेलाइट फोन पर मिले फिंगरप्रिंट, GPS डेटा और कराची की बनी चॉकलेट जैसे पुख्ता सबूत मिले हैं।

कौन थे ये आतंकी?
सुलेमान शाह (फैजल जट):
A++ कैटेगरी का आतंकी और पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा था। रावलाकोट, POK का निवासी बताया जा रहा है। ऑपरेशन महादेव में ढेर किया गया।
अबु हमजा (अफगान):
ए-ग्रेड का आतंकी कमांडर। इसके पास से गुजरांवाला की पाकिस्तानी वोटर ID बरामद हुई।
यासिर (जिब्रान):
A कैटेगरी का आतंकी कमांडर, कसूर (पाकिस्तान) का रहने वाला। ऑपरेशन महादेव के दौरान मारा गया।
कैसे हुआ खुलासा?
पाकिस्तानी वोटर कार्ड और GPS लोकेशन:
सुलेमान और हमजा के पास से मिले वोटर ID कार्ड लाहौर और गुजरांवाला की वोटर लिस्ट से मेल खाते हैं। GPS डेटा से यह पुष्टि हुई कि 21 अप्रैल को यह ग्रुप बैसरन घाटी से मात्र 2 किमी दूर था।
सैटेलाइट फोन और फिंगरप्रिंट:
सैटेलाइट फोन से मिले फिंगरप्रिंट्स ने आतंकियों की पहचान में मदद की।
बरामद हथियारों की जांच:
ऑपरेशन के दौरान बरामद हथियारों की बैलिस्टिक जांच की गई, जिससे पहलगाम हमले में इनके इस्तेमाल की पुष्टि हुई। आतंकियों का DNA भी घटनास्थल से मिले सैंपल्स से मैच हो गया।
कराची की बनी चॉकलेट:
आतंकियों के पास से कराची की चॉकलेट भी मिली, जो उनकी पाकिस्तानी पहचान की पुष्टि करती है।
स्केचेस में हुई थी गलती
हमले के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 24 अप्रैल को कुछ स्केच जारी किए थे जिनमें हाशिम मूसा, अली भाई उर्फ तल्हा और आदिल हुसैन थोकर के नाम सामने आए थे। लेकिन बाद में NIA ने स्पष्ट किया कि ये स्केच पुराने एक गोलीबारी मामले से संबंधित थे। असली हमलावर अलग थे, जिनकी पहचान ऑपरेशन महादेव के बाद पुख्ता हुई।
ऑपरेशन महादेव क्या है?
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए थे। इसके बाद भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने संयुक्त रूप से ‘ऑपरेशन महादेव’ चलाया। इस अभियान का उद्देश्य हमले में शामिल आतंकियों को ढूंढकर खत्म करना था। ऑपरेशन में तीन शीर्ष पाकिस्तानी आतंकियों को ढेर किया गया।
निष्कर्ष:
ऑपरेशन महादेव की सफलता से स्पष्ट हो गया है कि पहलगाम हमला पूरी तरह से पाकिस्तान समर्थित साजिश थी। इस खुलासे के बाद भारत सरकार और सुरक्षा एजेंसियां और अधिक चौकन्नी हो गई हैं ताकि इस तरह की घटनाओं को दोहराया न जा सके।
