रायपुर | छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के OSD ओपी गुप्ता के खिलाफ कई और शिकायते सामने आ रही है | पीड़ित नाबालिक के अलावा कई और लड़कियां ओपी गुप्ता के खिलाफ यौन उत्त्पीडन की शिकायत को लेकर पुलिस के संपर्क में है | इनमे से जगदलपुर निवासी एक महिला भी शामिल है, जिसे ओपी गुप्ता ने दूसरी पत्नी के रूप में अपने ठिकाने पर रखा लेकिन उससे शादी नहीं की | बताया जा रहा है कि अपनी काली करतूत छिपाने के लिए इस हवस के पुजारी ने कुछ लड़कियों का गर्भपात भी करवाया था | सूत्रों के मुताबिक पूरवर्ती बीजेपी सरकार के कार्यकाल में ओपी गुप्ता के प्रभाव के चलते एक अस्पताल में पीड़ित लड़कियों का गर्भपात हुआ था | पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है | इस बीच खबर आ रही है कि क़ानूनी दावपेंचों का सहारा लेकर आरोपी ओपी गुप्ता अपनी जमानत का तानाबाना बुन रहा है | इस आरोपी से मिलने की जुगत में कई दलाल सेन्ट्रल जेल का चक्कर काट रहे है | ये पेशेवर दलाल अक्सर अदालत के आसपास पाए जाते है | बताया जाता है कि जेल में बंद ओपी गुप्ता से मिलाने के लिए कई महत्वपूर्ण शख्स सेन्ट्रल जेल पहुंचे थे | लेकिन क़ानूनी औपचारिकता पूर्ण नहीं करने से वो उससे मुलाकात नहीं कर पाए | सेन्ट्रल जेल में ओपी गुप्ता को विचाराधीन कैदियों के सेल में रखा गया है | यह भी बताया जा रहा है कि आरोपी की पत्नी और ड्राइवर ने भी पीड़ित नाबालिक लड़की के साथ बुरा सलूक किया था | ड्राइवर से अभी पूछताछ नहीं हो पाई है, जबकि ओपी गुप्ता की पत्नी ने पुलिस से दूरिया बना ली है | उससे अंदेशा है कि अब उसे भी अपने किये का फल मिलने वाला है | एक एनजीओ ने आरोपी की पत्नी और ड्राइवर को भी सहआरोपी बनाने के लिए पुलिस को शिकायत भेजी है |
बताया जाता है कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के यहाँ OSD के रूप में लगभग 15 सालों से कार्यरत ओपी गुप्ता को दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत जेल भेजे जाने के मामले में एक युवक की भूमिका महत्वपूर्ण है | पीड़ित किशोरी से परिचित एक युवक को उसके साथ हो रही प्रताड़ना का पता था |इस युवक ने पूरवर्ती बीजेपी सरकार के कार्यकाल में कुछ पुलिस अफसरों और सीएम हॉउस में पदस्थ अफसरों को ओपी गुप्ता की काली करतूतों के बारे में बताया था | लेकिन आरोपी के रुतबे के चलते हर कोई चुप्पी साधे रहा |बताया जाता है कि बीजेपी की सत्ता से रवानगी के बाद भी ओपी गुप्ता के चाल चलन में कोई सुधार नहीं आया | उसने पहले की तर्ज पर महिलाओं के साथ यौन प्रताड़ना जारी रखी |
प्रदेश में कंग्रेस सरकार आने के बाद ओपी गुप्ता अन्य कई महिलाओं के अलावा पीड़ित किशोरी के साथ नियमित रूप से संपर्क में था | पीड़ित युवती ने अपनी आपबीती अपने परिचित युवक को बताई | इस युवक ने ओपी गुप्ता के काले कारनामे की जानकारी एक एनजीओ को दी | इस एनजीओ ने पीड़ित किशोरी से संपर्क किया | इस एनजीओ ने उस स्कुल हॉस्टल के प्रभारियों से भी चर्चा की और उसे FIR दर्ज करने के लिए राजी किया | इस एनजीओ ने रायपुर रेंज के अफसरों को भी पीड़ित युवती की हकीकत बताई | आखिर में क़ानूनी कार्रवाई के लिए पीड़ित किशोरी को थाने लाया गया | ताकि वो ओपी गुप्ता के खिलाफ शिकायत कर सके | इस शिकायत के तत्काल बाद पुलिस ने ओपी गुप्ता को धर दबोचा |
बताया जाता है कि पीड़ित युवती का परिवार ओपी गुप्ता के एक परिचित के संपर्क में था | गरीबी के कारण यह परिवार अपनी बेटी की पढ़ाई आगे जारी रखने में असमर्थ था | उधर आरोपी के प्रभाव से वाकिफ शख्स ने इस लड़की की मदद की गुहार लगाई | ओपी गुप्ता फ़ौरन तैयार हो गया और उसने उसे न्यू राजेंद्र नगर स्थित अपने घर में शरण दी | यहाँ ओपी गुप्ता की पत्नी ने पहले इस लड़की से घरेलू काम कराना शुरू कर दिया | कुछ दिनों बाद में पति -पत्नी उससे मसाज करवाने लगे | बताया जाता है कि मौका पाते ही ओपी गुप्ता इस लड़की पर झपट पड़ता था | उसकी इस हरकत से ओपी गुप्ता का उसकी पत्नी से विवाद भी हुआ था | बाद में स्थिति सामान्य हो गई | जब कभी भी उसकी पत्नी घर से बाहर जाती घर में अकेली पाकर ओपी गुप्ता की नियत इस लड़की पर बिगड़ जाती | कभी नशे में तो कभी मन बहलाने के लिए उसने कई बार उसका यौन शोषण किया | उसकी इस हरकत का अक्सर पीड़ित ने विरोध भी किया था | लेकिन कभी उसके साथ मारपीट करके तो कभी उसे और उसके परिजनों की जान लेने की धमकी देकर वो अक्सर इस किशोरी के साथ दुष्कर्म करने लगा | यह भी बताया जाता है कि पीड़ित युवती किसी और के संपर्क में ना आने पाए इसलिए उसने उसे शहर के बजाएं नए रायपुर और इसके अलावा कई और ठिकानों में रखा था | आरोपी के ड्राइवर को इस अपराध की पूरी जानकारी थी | लेकिन उसने भी अपनी आँखे मूंद रखी थी |