एक तरफ़ा प्यार: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में प्रेमी के शादी के दिन लड़की ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा-उससे कहना मेरी लाश देखने जरूर आए

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कोरबा। जिले में युवती ने घर के कमरे में फ़ासी लगाकर आत्महत्या कर ली है। युवती ने प्रेम प्रस्नाग के चलते इतना बड़ा खौफनाक कदम उठाया। युवती का प्रेमी किसी और के साथ शादी करने जा रहा था, इसी बात से परेशान होकर युवती ने अपनी जान दे दी। पुलिस को युवती के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। इसके युवती ने लिखा है कि भैया ये मेरी आखिरी इच्छा है कि उसको ये जरूर बताना कि मैं उससे कितना प्यार करती थी। उससे यह भी कहना कि मेरे मरने के बाद मेरी लाश देखने जरूर आए। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के रामसागर पारा का है।

जानकारी के अनुसार, प्रीति मंहत (27) फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। शुक्रवार सुबह उसके परिजनों ने कमरे में पंखे में फंदे पर लटकी हुई उसकी लाश मिली थी। बताया जा रहा है कि युवती ने शुक्रवार सुबह ही आत्महत्या किया था। घटना के बाद परिजनों ने पुलिस को इस बात की सूचना दी थी।

सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया है। वही लाश के पास से पुलिस को सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है।

सुसाइड नोट में प्रीति ने लिखा है कि, “मैं अपने प्रेमी से बहुत प्यार करती थी। मगर उसने मुझे धोखा दिया है और आज शादी कर रहा है। उसने लिखा मैंने बहुत जीने की कोशिश की, लेकिन जिंदगी से हार गई हूं। प्रीति ने आगे लिखा है भैया मुझे माफ कर देना। अब आप किसी पर भरोसा नहीं करना। मेरी अंतिम इच्छा है कि मेरी प्रेमी को यह जरूर बताना कि मैं उसे कितना प्यार करती थी। उससे यह भी कहना कि मेरे मरने के बाद मेरी लाश देखने जरूर आए। आगे युवती ने लिखा भैया सब मतलबी हैं, सब आपसे काम के वक्त ही मतलब रखेंगे। सबको दूसरों की गलतियां दिखती है, लेकिन अपने बच्चों की गलतियां नहीं दिखती हैं।

युवती ने लिखा मैंने बहुत कोशिश की अपने प्रेमी से बात करने की, पर नहीं कर पाई। वो हमेशा मुझसे झूठ बोलता रहा और मैं पागलों की तरह उससे प्यार करती रही। साथ ही उसकी झूठी बातों को सच समझ लेती थी। मां, चाचा,दादाजी इन सब को खोने के बाद मुझमें और हिम्मत नहीं है किसी को खोने की। मैंने यह सब उससे बताया था, लेकिन उसके लिए यह सब मजाक था।

तुमने मेरे लिए सब कुछ किया है भाई। बस आखिरी बार उससे इतना पूछ लेना उसने मेरे साथ ऐसा क्यों किया। आगे लिखा अगला जन्म मिला तो तुम्हारी बेटी बनूंगी भाई, मुझसे नफरत मत करना, मैं थक गई हूं। मुझे माफ कर देना।“