दिल्ली: देश की संसद में सब कुछ ठीक – ठाक चलेगा। इसकी उम्मीद उस समय जगी जब सत्ताधारी दल और विपक्ष के नेता ने गर्मजोशी के साथ एक दूसरे से हाथ मिलाया। इस नज़ारे को देखने के लिए कई सांसदों ने अपने चश्मे लगाए, तो कई अपनी सीट पर खड़े होकर टकटकी लगये इस अभूतपूर्व नज़ारे को देखते रहे। मोदी और राहुल गांधी, दोनों इस चुनाव में सुर्ख़ियों में थे। यह पहला मौका था जब दोनों का आमना – सामना हुआ। नज़ारे मिली, फिर हाथ मिले, अब नज़ारे की उम्मीद आप स्वयं लगा सकते है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों के समर्थकों को मोदी – राहुल के बीच वाक युद्ध का इंतज़ार है।
कांग्रेस के कई वरिष्ठ सांसद कहते नजर आये कि लोकसभा चुनाव का बचा कुचा हिसाब – किताब अब संसद में होगा। लोकसभा में आज काफी गहमा – गहमी उस समय देखी गई जब भाजपा सांसद ओम बिरला 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष चुन गए थे। स्पीकर चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अचानक स्पीकर ओम बिरला की सीट पर आए, उन्होंने अध्यक्ष बनने पर बधाई दी। सदन में पुरानी परंपरा कायम रही। सदन के नेता यानि प्रधानमंत्री और नेता विपक्ष, लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुने गए सांसद को उनकी सीट से लेकर अध्यक्ष की कुर्सी तक लेकर जाते हैं।
इस परंपरा को निभाने में राहुल गांधी भी सामने खड़े दिखाई दिए। सांसद ओम बिरला को जब अध्यक्ष चुना गया, इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी और नेता विपक्ष राहुल गांधी उन्हें उनकी सीट तक लेकर गए। इस दौरान दोनों नेताओं ने अर्थात पीएम मोदी और राहुल गांधी ने एक दूसरे को देखा और पूरी गर्मजोशी के साथ हाथ मिलाया। संसद में यह एक ऐतिहासिक पल था। पीएम मोदी और राहुल गांधी ने जब एक दूसरे से हाथ मिलाया तो लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी दोनों को देखते रहे।
हालांकि परंपरा अनुसार दोनों नेता अध्यक्ष कों उनके आसन तक लेकर गए. यहां पहुंचने के बाद पीएम मोदी और राहुल गांधी ने फिर एक बार ओम बिरला को अध्यक्ष चुने जाने को लेकर पुनः बधाई दी और हाथ मिलाया। इस घटनाक्रम के पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा सांसद ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित करने के लिए प्रस्ताव पेश किया था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ओम बिरला के लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने पर कहा कि हमारा विश्वास है कि आप आने वाले पांच साल तक हम सभी का मार्गदर्शन करते रहेंगे.
आज बुधवार को तय समयानुसार सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई थी। सदन में सबसे पहले उन नवनिर्वाचित सांसदों का नाम शपथ लेने के लिए पुकारा गया, जिन्होंने अब तक संसद सदस्यता की शपथ नहीं ली थी। इसके बाद प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने सदन को बताया कि लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव को लेकर उन्हें 16 नोटिस मिले हैं. उन्होंने सबसे पहले प्रस्ताव पेश करने के लिए पीएम मोदी का नाम पुकारा। इसके साथ ही बीजेपी सांसदों ने मेज़ थपथपा कर स्वागत की झड़ी लगाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए लोकसभा अध्यक्ष के तौर पर ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने समर्थन किया।
सदन में मौजूद जेडीयू नेता एवं केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने लोकसभा अध्यक्ष के लिए ओम बिरला का नाम प्रस्तावित किया, जिसका रालोद सांसद राजकुमार सांगवान ने समर्थन किया. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने लोकसभा स्पीकर के लिए ओम बिरला का नाम प्रस्तावित किया, इसका समर्थन केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया। हालांकि सदन की कार्यवाही के दौरान ओम बिरला अपने पुराने रंग में नजर आए। हंगामे के बीच उनकी फटकार साफतौर पर सुनाई दे रही थी। फ़िलहाल सदन की अगली कार्यवाही को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने में जुटा है।