उज्जैन / मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की लापरवाही के हर दिन नए मामले सामने आ रहे हैं। उज्जैन के एक निजी अस्पताल में महिला के शव को चूहों ने कुतर दिया। जब इस लापरवाही पर अस्पताल प्रबंधन से सवाल किया गया तो गैर जिम्मेदाराना बयान सामने आया कि शव रखने के लिए जगह नहीं है। यह घटना सामने आने के बाद एसपी ने मामले की जांच के आदेश दे दिए है | दरअसल, नागदा में रहने वाली 25 वर्षीय उषा लखन बामनिया नामक महिला ने रविवार को जहरीला पदार्थ खा लिया था। उसके बाद परिवार वाले उसे इलाज के लिए शहर के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां उसकी मौत हो गई।
मौत के बाद उसकी लाश को अस्पताल में ठीक से सुरक्षित नहीं रखा गया। सोमवार सुबह परिवार को जब शव सौंपने का वक्त आया तो महिला के दाहिने पैर की एड़ी के पास चमड़ी को कुतरा देख परिवारवालों ने हंगामा मचा दिया। उनका आरोप था कि अस्पताल में चूहों ने पैर कुतरा है। एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन को इसका ख्याल रखना चाहिए था। जब तक परिवार को बॉडी सौंप नहीं दी जाती उसके पहले उसकी सुरक्षा की जाना थी। हम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं।
अगर किसी प्रकार की त्रुटि पाई गई या आपराधिक प्रकरण पाया गया तो कार्रवाई सुनिश्चित है।अस्पताल प्रबंधन ने सफाई पेश करते हुए कहा कि उनके पास शवों को रखने की व्यवस्था नहीं है। मामले में तुरंत थाना माधव नगर के अधिकारी अलर्ट हुए और महिला की लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला चिकित्सालय ले गए जहां महिला एसआई मालती गोयल ने पैर पर आए निशान की जांच की। अब आगे पोस्टमॉर्टम के बाद ही सामने आएगा कि क्या कारण रहा घाव कैसे हुआ।