जबलपुर को ‘कोरोना फ्री शहर’ बनाने की कवायत जोरो पर, कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आकंड़ा स्थिर, प्रशासन मुस्तैद, कम्प्लीट लॉक डाउन से संक्रमण काबू में, कलेक्टर भरत यादव सड़को पर 

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जबलपुर वेब डेस्क / मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस की महामारी के कहर के बीच  जबलपुर को कोरोना फ्री शहर बनाने की खबर से लोगो ने राहत भरी सांसे ली है | हालत को काबू में रखने के लिए कलेक्टर भरत यादव सड़को की खांक छान रहे है | शहरो से लेकर ग्रामीण इलाको तक कम्प्लीट लॉक डाउन की स्थिति है | कलेक्टर भरत यादव के जबलपुर को कोरोना मुक्त जिला बनाने की कवायत पर जोर शोर से अमल किया जा रहा है | 

जबलपुर में कोरोना टेस्ट में पॉजीटिव पाये गये 8 मरीजो का नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में इलाज जारी है | 4 अप्रेल तक जिले में कोई भी मरीज पॉजिटिव नहीं पाया गया है। अलबत्ता दो संक्रमित मरीजों की रिपीट मेडिकल टेस्ट में रिपोर्ट निगेटिव मिलने पर उन्हें डिस्चार्ज करने पर विचार किया जा रहा है | आइसोलेशन सेंटर में बुधवार तक 13 संदिग्ध भर्ती थे। सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर डिस्चार्ज कर दिया गया। यहां भर्ती सभी लोग सराफा कारोबारी सुहागन आभूषण के मुकेेश अग्रवाल के सम्पर्क में आए और उसके संक्रमित कर्मचारियों के परिजन थे। सभी को 7 दिन तक होम क्वारंटाइन के निर्देश दिए गए हैं।

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विक्टोरिया जिला अस्पताल से भेजे गए एक संदिग्ध का नमूना भी जांच में निगेटिव आया है। मेडिकल अस्पताल में भर्ती संक्रमितों के नमूनों की भी 48 घंटे में दो बार जांच कराने की तैयारी की जा रही है। दोनों जांच रिपोर्ट निगेटिव होने पर मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जाएगा। जबलपुर प्रशासन अलर्ट पर है। प्रशासन अब बारी बारी से कोरोना संदिग्धों के नमूने ले रहा है। इसके अलावा संक्रमितों के क्षेत्र के 100 मीटर के दायरे को सीन किया गया है।

जिला प्रशासन ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बाहर से आ रहे मजदूरों और भीड़-भाड़ वाले इलाको में पैनी नज़र रखे हुए है। कम्यूनिटी इन्फेक्शन के खतरे का पता लगाने के लिए कई संदिग्ध लोगो के सैम्पल लिए जाने की प्रकिया शुरू की है।यही नहीं कोरोना पॉजीटिव और संदिग्ध लोगों के घरों के आसपास के 3 किलोमीटर के इलाके को सील किया गया है। ताकि संक्रमण को रोका जा सके। 

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प्रशासन ने बड़ा फुहारा से बल्देवबाग मुख्य मार्ग क्षेत्र को कोरेना वायरस प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया है | अब यहाँ कोरोना वायरस प्रभावित क्षेत्र सीमा प्रारंभ का बोर्ड भी लगा दिया गया। इस बोर्ड में लिखा कि कलेक्टर के आदेशानुसार आगे जाना पूर्णत: प्रतिबंधित है। जब स्थानीय लोगो ने कारण पूछा, तो अधिकारियों ने कहा की यहाँ पर कोरोना पीड़ित मुकेश अग्रवाल का कर्मचारी रहता है। इसके कारण यह क्षेत्र कोरोना वायरस प्रभावित क्षेत्र घोषित किया गया है।

दिल्ली में तब्लीग़ी जमात मरकज़ में कोराना पीडि़तों की संख्या को देखते हुए जबलपुर एसपी के निर्देश पर शहर के सभी थाना क्षेत्रों में चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है | सभी कौमी स्थलों के साथ तबलीगी मरकज़ में शामिल होने वालो की जानकारी जुटाई जा रही है | संस्कारधानी जबलपुर में कोरोना पॉजिटिव केस का आकंड़ा स्थिर होने से लोगो ने सुकून की सांस ली है।