रिपोर्टर – उपेंद्र डनसेना
रायगढ़। यूएई में चल में चल रहे आईपीएल मैच के मद्देनजर जिले क्रिकेट सट्टा खाईवाल सक्रिय हो गए है। हर मैच में खाईवाल लाखों करोड़ो का सट्टा लगा रहे हैं। रायगढ़ पुलिस कप्तान के निर्देश में सबसे पहले घरघोड़ा उसके बाद सारंगढ़ में पुलिस टीम फार्म में चलते हुए क्रिकेट सट्टा खाईवालों का विवेट गिरा चुके हैं। मगर शहरी क्षेत्र की पुलिस अभी तक आउट ऑफ फार्म में दिख रही है। इस वजह से आईपीएल क्रिकेट खाईवाल बेखौफ अपना कारोबार करने में मस्त हैं। आम से लेकर खास लोगों तक को पता है कि आईपीएल मैच में क्रिकेट सट्टा कहां लग रहा है मगर रायगढ़ शहर की पुलिस को इस बात की खबर नही होना समझ से परे है।
रायगढ़ के पुलिस कप्तान संतोष कुमार सिंह की टीम अपराधियों पर कहर बनकर टूट रही है। अपराधिक तत्व पुलिस कप्तान का नाम सुनते ही थर्राने लगे हैं। नतीजन पिछले कुछ सालों से रायगढ़ शहर में अपराध का ग्राफ भी काफी कम हो चुका है। पुलिस कप्तान के दिशा निर्देश में कई अपराधियों को अब तक कार्रवाई कर सलाखों के पीछे पहुंचाया जा चुका है। पुलिस कप्तान के दिशा निर्देश में रायगढ़ पुलिस बीते दिनों सरिया एवं पुसौर क्षेत्र में बाढ़ की चपेट में आए लोगों के लिए मसीहा बनकर सामने भी आए हैं। इसके अलावा कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने रायगढ़ पुलिस दिन रात सडक़ों में तैनात रही। ताकि बढ़ते मरीजों की संख्या में कुछ हद तक कमी लाया जा सके। मगर इन दिनों यूएई में चल रहे सीजन 13 आईपीएल मैच पूरे रोमांच पर है। इन मैचों में लगने वाले क्रिकेट सट्टा का एक भी मामला कोतवाली थाना, चक्रधर नगर थाना, कोतरा रोड़ थाना और न ही जूटमिल चौकी में पकड़ा गया है। जबकि घरघोड़ा एवं सारंगढ़ थाना पुलिस टीम फुल फार्म में आते हुए क्रिकेट सटोरियों का विकेट गिराने में कामयाबी हासिल कर चुके हैं।
आईपीएल मैच का इंतजार हर साल खाईवालों को बेसब्री से रहता है। इस दौरान हर मैच के साथ-साथ हर खिलाड़ी पर क्रिकेट सट्टा खाईवाल लाखों करोड़ो का दाव लगवाते हैं। बड़े, बुजुर्ग, सेठ साहूकारों के साथ-साथ युवा भी क्रिकेट सट्टा के जाल में जकड़े हुए हैं। कम समय में अधिक पैसा कमाने की लालच में लोग अपनी गाढ़ी कमाई चंद मिनटों में गंवाते जा रहे हैं। बीते कुछ सालों की अगर बात करें तो कुछ लोगों के द्वारा मैच में अपना सब कुछ गंवाने के बाद कर्ज तले दबकर मौत को गलाकर आत्महत्या कर लिया गया है। अभी के हालात में युवाओं का अलग-अलग समूह गली मोहल्लों से लेकर चौक-चौराहों में अपने-अपने पसंदीदा टीम में सट्टा लगाते आसानी से देखा जा सकता है। उन्हें देखकर ऐसा लगता है कि कहीं युवाओं के द्वारा आईपीएल मैच में मोटी रकम हारने के बाद कर्ज तले दबकर फिर कोई युवा आत्महत्या को उतारू न हो जाए? समय रहते पुलिस अधीक्षक को शहरी क्षेत्र के थाना प्रभारियों को चौकान्न करते हुए क्रिकेट सट्टा खाईवालों पर कार्रवाई करने के निर्देश जारी करने चाहिए।