रिपोर्टर रफीक खांन
सुकमा – छत्तीसगढ़ जिला सुकमा के कोंटा ब्लाॅक में दो ग्रामीणों को मौत की सजा देने की बात कहते माओवाद संगठन द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई है । गोपनीय रूप से मुखबिरी का आरोप लगाकर दो ग्रामीण की हत्या को लेकर जारी इस विज्ञप्ति पर बस्तर संभाग के समाज सेवी फारूक़ अली ने पलटवार करते हुए कहा कि। कोंटा क्षेत्र में दो निर्दोष ग्रामीणों को माओवाद संगठन ने मौत के घाट उतार दिया । पर्चे मे (चीनीआतंकवादी) माओवादियों ने क़ुबूल किया गया है। जन अदालत लगाकर दो ग्रामीणों को मौत के घाट उतारने वालो को डीआरजी के शेर जवान इसका बदला लेते हुए नक्सलियों का जल्द ख़ात्मा करेंगे । डीआरजी से ख़ौफ़ खाते नक्सलियों को क्षेत्रीय आदिवासी युवा जवान क्षेत्र के चप्पे चप्पे को जानते हैं । नक्सलियों को इसी बात का भय है पुलिस और सीआरपीएफ एसटीएफ कोबरा डीआरजी नक्सलियों का अंत करेंगे ।

फारूक़ अली ने कहा कि चीनी आतंकवादी का रूप धारण करे माओवादी संगठन गोपनीय रूप से निर्दोष आदिवासियों की हत्याएँ कर रहे हैं ।आदिवासियों को उन्ही के जल जंगल ज़मीन से बेदख़ल करना और पैसा उगाही करना एवं बंदूक़ की नोक पर सत्ता हासिल करने का नापाक इरादे रखना चीनी आतंकवादी होना साबित करता है । पिछले कटेकल्याण एरिया कमेटी द्वारा जारी पर्चे मे नक्सलियों ने कहा था कि आत्मसमर्पण पर एक एक हज़ार पैसा दिया जाता है । जब की मै बता दूँ,पुनर्वास नीति के तहत नक्सली को उसके केडर के हिसाब से पैसा उसके खाते मे जमा किया जाता है । और कई आत्मसमर्पित नक्सलियों को सरकार ने पुनर्वास नीति के तहत घर रोज़गार देकर उन्हें समाज मे बेहतर जीवन जीने का अवसर प्रदान कर रही है। मेरा बड़े केडर के नक्सली हिडमा, हरिभूषण,पापा राव,देवा,और भी बड़े छोटे केडर के नक्सलियों से आह्वान है कि । आओ मुख्यधारा से जुड़कर आत्मसमर्पण करो । मै वादा करता हूँ जितने हत्यार के साथ समर्पण करोगे उतनी रक़म मै तुम्हें दिलाऊँगा । अली नेचेतावनी देते कहा कि दो रास्ते हैं या आत्म समर्पण करो या जंगल मे भटक भटककर कुत्तों के तरह मारे जाओ । क्यों की अब नक्सलवाद के ख़ात्मे का समय आ गया है ।
माओवादी संगठन का जारी प्रेस विज्ञप्ति
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ज्ञात हो कि नक्सली संगठन द्वारा प्रेस विज्ञप्ति करते हुए दो ग्रामीण जो कि कोंटा विकास खंड के बड़े केड़वाल गाँव के निवासी पोड़ियाम बलराम पर दो हजार तेरह से तुमालपाड़ गाँव के डीआरजी जवान दुधी भीमा के साथ मिलकर मुखबिरी करने का आरोप लगाते। अन्य एक ग्रामीण कोवासी गंगा पर उसके भाई रमेश के साथ मिलकर मुखबिरी करने का आरोप लगाते मौत की सजा देने की बात स्वीकारी है। किस्टारम एरिया कमेटी ने अपने माओवादी संगठन के प्लाटून नम्बर आठ के सदस्य मासे नाम की एक महिला माओवादी को मुठभेड़ में मार दिए जाने का खुलासा करते हुए अपने अन्य एक और कार्यकर्ता हिड़मा को भी मार दिए जाने का आरोप सुरक्षा बलों पर लगाते हुए। इसकी जवाबदारी पोड़ियाम बलराम व रमेश पर मुख्य भुमिका कहते आरोप लगाया गया है । माओवादियों के जारी प्रेस विज्ञप्ति को अध्ययन करते हुए पुलिस प्रशासन पुरे मामले को पता लगाने की प्रयास कर रही हैं । वहीं जानकारी मिली है कि माओवादी संगठन के द्वारा हत्या किए जाने की एफआईआर अभी तक संबंधित थाने में दर्ज नहीं कराई गई ।
