बिहार में साइबर ठगी के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं. अलग-अलग तरीकों से लोगों को ठग अपना निशाना बना रहे हैं. इसी कड़ी में नालंदा में चार साइबर फ्रॉड को पुलिस ने छापेमारी कर गुरुवार (05 दिसंबर) को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए जाने वालों में दो सगे भाई और पिता समेत चार जालसाज शामिल हैं.
गिरफ्तार किए गए लोगों ने यूट्यूब से साइबर ठगी का तरीका सीखा और फिर अपराध को अंजाम दिया. सूचना के बाद साइबर थाना की पुलिस ने मानपुर थाना इलाके के डमर बिगहा गांव में छापेमारी कर इन्हें गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों में मानपुर थाना के डमर बिगहा निवासी रोहित कुमार, नीतीश कुमार, दयानंद और परवलपुर थाना क्षेत्र के शिवचक निवासी धर्मेंद्र कुमार शामिल हैं.
छापेमारी के दौरान पुलिस को 36 लाख कैश, भारी मात्रा में सोने के जेवर और लैपटॉप मिले. कई मोबाइल को भी बरामद किया गया है. इस उपलब्धि में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की भी सूचना स्थानीय थाने की पुलिस को मिली थी. इन सभी गिरफ्तार साइबर फ्रॉड की संपति जांच के बाद जब्त की जाएगी. इसके लिए संबंधित टीम को जांच करने का आदेश दिया गया है. पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि लोन दिलाने आदि के नाम पर ठगी करते थे. उस पैसे को निकालकर इन लोगों ने रखा था और गहनों के साथ कुछ अन्य सामान भी खरीदा था.
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एसपी भारत सोनी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि लगातार साइबर फ्रॉड को गिरफ्तार किया जा रहा है. फर्जी नंबर की जांच करने के बाद लोकेशन के आधार पर मानपुर थाना इलाके के डमर बिगहा गांव में एक घर की तलाशी ली गई थी. घर से चार साइबर ठग, 36 लाख 78 हजार 155 रुपये नकद, मोबाइल, लैपटॉप, प्रिंटर एवं फर्जी सिम कार्ड को जब्त किया गया है. इस मामले में दो सगे भाई और पिता समेत चार फ्रॉड को गिरफ्तार किया गया है.
उन्होंने कहा कि ये लोग यूट्यूब के माध्यम से फर्जी विज्ञापन बनाकर साइट पर डालते थे. लोन दिलाने के नाम पर ठगी करते थे. ईओयू की ओर से भी जानकारी दी गई थी. ये सभी ठग फर्जी वेबसाइट बनाकर फेसबुक और इंस्टाग्राम से लेकर अलग-अलग सोशल मीडिया पर डालते थे. केरल में उपहार देने की बात कही जाती थी.