अलीगढ़: अभी तक हिन्दू-मुस्लिम विवाह ही कई मौकों पर विवादों का कारण बनता था। लेकिन अब साउथ इंडियन लड़की से विवाह करना भी कम जोखिम भरा फैसला नहीं रह गया है। दरअसल, उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के मूल निवासी और अमेरिका में रहने वाले अंतरधार्मिक जोड़े को अपने गृह नगर में होने वाले खुद के विवाह समारोह को लेकर नई मुसीबत झेलनी पड़ रही है। दक्षिणपंथी संगठनों के विरोध के बाद इस विवाह को रद्द करना पड़ा। लोगों के रुख को देखते हुए शासन-प्रशासन का सहयोग भी इस जोड़े को नहीं मिला।
दरअसल कई स्थानीय लोगों ने दावा किया कि यह आयोजन सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ सकता है। लिहाजा जीटी रोड पर एक चर्चित विवाह मंडप में 21 दिसंबर को होने वाला यह विवाह समारोह रद्द कर दिया गया है। इसके खिलाफ बजरंग दल, करणी सेना और ब्राह्मण महासभा के लोगों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय तक मार्च निकाल कर विरोध जाहिर किया। इन संगठनों की ओर से अधिकारियों को सौंपे ज्ञापन में चेतावनी दी गई कि अगर विवाह समारोह की अनुमति दी गई तो अशांति फैल सकती है।
उधर हिंदूवादी संगठनों के बढ़ते दबाव के चलते परिवारों ने सुरक्षा-चिंताओं का हवाला देते हुए कार्यक्रम को रद्द करने का फैसला किया है। दरअसल, अमेरिका स्थित एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी 30 वर्षीय अशर चौधरी और एक निजी कंपनी में काम करने वाली एमबीए पास-आउट 29 वर्षीय अवनी भार्गव ने चार महीने पहले अमेरिका में विवाह किया था। उनके द्वारा सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में विशेष विवाह अधिनियम के तहत अपनी शादी को रजिस्टर कराया गया था। भारत लौटने पर इस जोड़े ने अलीगढ़ में रिसेप्शन की प्लानिंग की थी।
अशर और अवनी हाल ही में अलीगढ़ पहुंचे और यहां उनके परिवार ने रिश्तेदारों और दोस्तों के लिए एक समारोह आयोजित किया था। रिसेप्शन के लिए सैकड़ों लोगों को निमंत्रण कार्ड भेजा गया था। इस पर लिखा गया था कि हम नवविवाहित जोड़े अवनी और अशर को आशीर्वाद देने के लिए आपकी उपस्थिति का सहर्ष अनुरोध करते हैं। यह निमंत्रण पत्र कई आपत्तिजनक टिप्पणियों के साथ अचानक सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके साथ ही विवाह के विरोध प्रदर्शन में कई लोग सड़कों पर आ गए।
हिंदू समूहों के संगठनों ने सड़कों पर उतरकर दावा किया कि यह विवाह समारोह सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ सकता है। इन लोगों ने शुक्रवार को समूहों के साथ कलेक्ट्रेट तक मार्च निकाला था। एडीएम सिटी को ज्ञापन सौंपकर कार्यक्रम को रद्द करने की मांग की गई थी। प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन और मैरिज हॉल के मालिक को चेतावनी दी कि अगर कार्यक्रम जारी रहा तो इसके परिणाम भुगतने होंगे। मामले को लव जिहाद से जोड़ कर देखा जा रहा है।
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अखिल भारतीय करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर ज्ञानेंद्र सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि यह रिसेप्शन लव जिहाद का स्पष्ट मामला है। उन्होंने कहा कि हम पीछे नहीं हटेंगे, चाहे इसके लिए होटल में घुसना पड़े या प्रशासन को चुनौती देनी पड़े। अलीगढ़ की पूर्व मेयर शकुंतला भारती ने भी इसी तरह की चिंता जताई। उन्होंने कहा कि रिसेप्शन किसी भी हालत में नहीं होना चाहिए। अगर कोई घटना होती है तो होटल मालिक और जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा।
बजरंग दल के संयोजक गौरव शर्मा ने भी आपत्ति जताते हुए कहा कि संविधान वयस्कों को अपनी मर्जी से शादी करने की अनुमति देता है। इस पर कोई रोक नहीं है। लेकिन, अलीगढ़ जैसे संवेदनशील शहर में इस तरह के आयोजन से अशांति फैल सकती है। हम शादी के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन इस तरह का आयोजन यहां नहीं होना चाहिए।
उधर इलाके में शांति भंग की आशंका को देखते हुए कार्यक्रम को रद्द करने की घोषणा की गई है। अशर और अवनी के परिवार ने सोशल मीडिया पर रिसेप्शन को लेकर बढ़े विवाद का हवाला देते हुए कार्यक्रम रद्द करने की घोषणा की। स्थानीय पुलिस के SHO ने न्यूज़ टुडे से चर्चा करते हुए बताया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। इधर अशर के एक पारिवारिक मित्र ने बताया कि यह कार्यक्रम हफ्तेभर बाद होने वाला था, मैरिज हॉल बुक किया गया था, विरोध प्रदर्शन और मेहमानों की सुरक्षा की चिंताओं के कारण दोनों परिवारों ने कार्यक्रम रद्द करने का फैसला किया गया है।