नई दिल्ली. देश में खाद्य तेलों (Edible Oils) में मिलावट रोकने और खाद्य तेलों की शुद्धता जांचने के लिए भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) देशभर में अभियान चला रहा है. एक पखवाड़े तक चलने वाला यह अभियान 14 अगस्त तक चलेगा. इसके तहत देशभर से खाद्य तेलों के नमूने जांच के लिए एकत्रित किए जाएंगे.
यह अभियान FSSAI को हाइड्रोजनीकृत तेलों में ट्रांस-फैटी एसिड की उपस्थिति की पहचान करने, देशभर में खुले खाद्य तेल की बिक्री पर रोक लगाने और बहु-स्रोत खाद्य तेलों की देश में हो रही बिक्री की जानकारी हासिल करने में मदद करेगा.
पिछले साल 24.2 फीसदी नमूने हो गए थे फेल
प्राधिकरण ने पिछले साल भी अभियान चलाकर देशभर से खाद्य तेलों के नमूने जांच हेतू लिए थे. FSSAI द्वारा लिए गए कुल 4,461 नमूनों में से 2.42 फीसदी नमूने सुरक्षा मानकों पर खरे नहीं उतरे थे. यही नहीं, देश भर से एकत्रित किए गए नमूनों से पता चला था कि भारी मात्रा में मिलावटी खाद्य तेल बेचा जा रहा है. कुल लिए गए नमूनों में से 24.2 फीसदी नमूने गुणवत्ता मानकों पर खरे नहीं उतरे थे. इस साल प्राधिकरण ने ज्यादा सैंपल लेने का लक्ष्य रखा है.
राज्य सरकारों ने भी खाद्य तेलों के सैंपल लेने शुरू कर दिए हैं. FSSAI ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के खाद्य सुरक्षा आयुक्तों को सैंपल कलेक्शन प्रक्रिया में तेजी लाने का आदेश दिया है. देशभर में ज्यादा सैंपल लिए जाएंगे तो ज्यादा विस्तृत सैंपल बेस बनेगा और इससे देश में बिक रहे ज्यादा खाद्य तेल ब्रांडों की भागीदारी सुनिश्चित होगी.
सैंपल फेल होने पर होगी कार्रवाई
FSSAI ने एक बयान में कहा है कि इस अभियान की रोजाना समीक्षा की जाएगी. इसके अलावा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अगर कोई सर्विलांस सैंपल गुणवत्ता मानकों पर खरा नहीं उतरता है तो तुरंत रेगुलेटरी सैंपल लिया जाए और मिलावटी खाद्य तेल बेचने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए. एफएसएसएआई के अनुसार, अब तक अभियान के अंतर्गत देश के 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से खाद्य तेल, वनस्पति तेल और मल्टी सोर्स इडिबल ऑयल के 279 सैंपल लिए जा चुके हैं.