अब महाराष्ट्र में सियासी संकट के आसार , राजस्थान और मध्यप्रदेश एपिसोड दोहराने के चक्कर में शिवसेना-कांग्रेस, सरकार में राज्यमंत्री यशोमति ठाकुर का दावा- संपर्क में हैं कई BJP MLA, कभी भी बदल सकते हैं पाला 

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मुंबई / राजस्थान में अभी सियासी संकट उफान पर है | इस बीच महाराष्ट्र में राजस्थान और मध्यप्रदेश एपिसोड दोहराने की कवायद में कांग्रेस और शिवसेना मंथन कर रही है | यह बीजेपी को उसके पाला बदलवाने के जवाब के रूप में देखा जा रहा है | कांग्रेस का दावा है कि भारतीय जनता पार्टी के विधायक उसके संपर्क में है | उसके मुताबिक वह किसी भी समय उद्धव सरकार के साथ आ सकते हैं | यह दावा कांग्रेस नेता और सरकार में राज्यमंत्री यशोमति ठाकुर ने किया है | यशोमति ठाकुर ने यह भी दावा किया कि उद्धव सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी | 

दरअसल राजनैतिक गलियारों में चर्चा है कि राजस्थान के बाद ऑपरेशन लोटस महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में भी अपना रंग दिखा सकता है | ज्यादा संभावना महाराष्ट्र की है | राजस्थान में सियासी तूफान थमने के बाद माना जा रहा कि महाराष्ट्र में भी बवंडर उठ सकता है | कांग्रेस नेता और राज्य मंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि महाराष्ट्र ने देश को नया फार्मूला दिया है | इस फार्मूले से महाराष्ट्र सरकार में कोई मतभेद नहीं है और वो कार्यकाल पूरा करेगी | उन्होंने कहा कि बीजेपी के कई विधायक यहां सरकार में शामिल होने के लिए हाथ पैर मार रहे है | उन्होंने कहा कि बीजेपी को अपने 105 विधायकों पर नजर रखनी चाहिए क्योंकि इसमें ऐसे विधायक शामिल हैं, जिन्होंने पक्ष बदल दिया है | 

यशोमति ठाकुर का दावा है कि कई बीजेपी विधायक अपने नेताओं और पार्टी संगठन से नाखुश हैं | वो जल्द  पाला बदलना चाहते हैं |  उन्होंने कहा कि ऐसे विधायक हमारे साथ संपर्क में हैं और किसी भी समय हमारे साथ आ सकते हैं | दरअसल महाराष्ट्र में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस गठबंधन की सरकार पटरी पर ठीक ठाक चल रही है | 

राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में शिवसेना के 56, एनसीपी के पास 54 और कांग्रेस के पास 44 विधायक हैं | इसके अलावा कई निर्दलीय विधायकों का सरकार को समर्थन है | इसके अलावा दो स्थानीय दलों के विधायकों ने भी सरकार को समर्थन दिया है | फ़िलहाल गठबंधन के पास 169 सीटें हैं | जबकि बीजेपी के पास 105 विधायक हैं | इसके अलावा उसे एक आरएसपी, एक जेएसएस और 8 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है | इस तरह से बीजेपी गठबंधन के पास 115 सीटें हैं | यही नहीं एमएनएस के एक, एआईएमआईएम के दो और सीपीएम के एक विधायक ने किसी को समर्थन नहीं दिया है | ये विधायक टूट भी सकते है |