दिल्ली वेब डेस्क / देश के कई राज्यों में लॉक डाउन को लेकर बरती जा रही ढील नागरिकों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है | इससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है | देश में संक्रमित मरीजों की संख्या और मौत का आकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है | लिहाजा केंद्र सरकार ने राज्यों को सख्ती से लॉकडाउन पालन कराने का निर्देश दिया है |
केंद्र ने राज्यों को कहा है कि प्रवासी मजदूरों के लिए सभी इंतजाम किए जाएं, जहां वे मौजूद हैं | केंद्र ने कहा कि मजदूरों को वक्त पर वेतन दिया जाए. केंद्र ने कहा है कि अगर कोई छात्रों और मजदूरों को घर खाली करने कहता है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए |
दिहाड़ी मजदूरों के सड़को पर मूवमेंट को देखते हुए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि बॉर्डर को पुख्ता तरीके से सील किया जाए | जिले और राज्यों की सीमा भी सील हो | स्थानीय प्रशासन यह सुनिश्चित करें की हाईवे पर सिर्फ जरूरी वस्तुओं के वाहनों का ही मूवमेंट हो |
केंद्र ने राज्यों को निर्देश देते हुए कहा है कि राज्य और जिले के बॉर्डर पूरी तरह से सील किये जाएं, ताकि एक राज्य से दूसरे राज्य में और एक जिले से दूसरे जिले में लोगों की मूवमेंट न हो पाए | हाईवे पर किसी तरह की मूवमेंट न होने दी जाए, सड़कों पर सिर्फ सामान ढोने वाले गाड़ियों की आवाजाही की अनुमति होगी | केंद्र ने साफ़ कर दिया है कि लॉकडाउन लागू कराना जिले के डीएम और एसपी की जिम्मेदारी है | लिहाजा सख्ती से लॉकडाउन का पालन हो |
लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए लिए 29 मार्च को केंद्र सरकार द्वारा कई महत्वपूर्ण कदम उठाये गए हैं | सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेश के डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी की तरफ से कहा गया है कि जरूरी वस्तुओं की सप्लाई फिलहाल सुनियोजित ढंग से आम जनता तक पहुंचाया जाए | निर्देश में जिले और राज्यों के बॉर्डर को कड़ाई से सील करने के लिए कहा गया है |