Twin Tower में धमाके से चंद घंटे पहले अपार्टमेंट में चैन से सो रहा था शख्स, फिर हुआ कुछ ऐसा

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Noida Supertech Twin Towers: नोएडा (Noida) में सुपरटेक (Supertech) की ओर से बनाई गई भ्रष्टाचार की इमारत ट्विन टावर (Supertech Twin Tower) को धूल में मिला दिया. इसके लिए प्रशासन एक महीने पहले बहुत बारीकी से प्लान बना चुका था. इस योजना के तहत प्रशासन के अधिकारियों ने आस पास सोसाइटी में रह रहें सभी लोगों को वहां से बाहर निकाल दिया था. शुक्रवार, 26 अगस्‍त से ही लोग सोसाइटी से जाना शुरू हो चुके थे. प्रशासन ने इतनी बारिकी से सभी लोगों को बाहर किया लेकिन फिर भी खबर मिली है कि एक शख्‍स अपार्टमेंट में गहरी नींद में सो रहा था. बताया गया है कि उसे ध्‍यान ही नहीं था कि टावर को गिराया जाना है. जानिए पूरी खबर.

टावर खाली कराने की योजना कैसे बनी?
नोएडा में सुपरटेक के इन ट्विन टावर को रविवार, 28 अगस्‍त को ढहा दिया गया. इसे ढहाने का आदेश एक साल पहले ही सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने दे दिया था. कोर्ट ने इन्‍हें ढहाने का आदेश इसलिए दिया था क्‍योंकि इन्‍हें अवैध रूप से बनाया गया था. एमराल्ड कोर्ट में टोटल 15 आवासीय टावर हैं और हर टावर में 44 अपार्टमेंट हैं. इस जगह पर लगभग 2500 निवासी और 1200 वाहन हैं. टावरों को खाली कराने के लिए स्पेशल फोर्स का गठन किया गया था. इस टीम में सात सदस्‍य सोसाइटी के भी थे. इसके अलावा हर टावर के लिए एक कप्‍तान भी बनाया गया था.

टावर पर कोई शख्‍स है कैसे पता चला?
इस टीम ने सभी टावर के अपार्टमेंट वालों को बाहर निकाल दिया था. इस कमेटी के प्रयास से ही सुबह 7 बजे तक बच्चों और बुजुर्गों को सभी 15 आवासीय टावरों से निकाल लिया गया था. टीम का नेतृत्व एमराल्‍ड कोर्ट के गौरव मेहरोत्रा ने किया था. उनके मुताबिक टावर में कोई नहीं था. लेकिन, सुबह सात बजे से ठीक कुछ देर पहले सिक्योरिटी गार्ड ने कार्यबल को ऐसी सूचना दी जिससे सभी हैरान रह गए. सिक्योरिटी गार्ड ने बताया कि ऊपरी मंजिल में एक शख्‍स गहरी नींद में सो रहा है. उसके बाद इस टीम ने टावर को फिर से चेक कराया.

सोता हुआ मिला एक शख्‍स
जब स्‍पेशल टीम ने अपार्टमेंट में जाकर देखा तो एक शख्‍स गहरी निंद में सोते हुए मिला. विशेष कार्यबल के सदस्य नरेश केशवानी ने बताया, टावर खाली कराने की योजना के तहत हमने दूसरी बार अपार्टमेंट को चेक किया. उस समय ये शख्‍स सोता हुआ मिला, टावर खाली करने की डेडलाइन के बारे में वो शख्‍स भूल गया था. उन्‍होंने बताया कि किसी तरह सिक्योरिटी गार्ड ने उसे जगाया और उसे सात बजे के आसपास टावर से बाहर लाया गया. उन्‍होंने बताया कि हम एक महीने से इस योजना पर काम कर रहे थे. इस योजना के तहत ही हमने अपार्टमेंट को दो बार चेक करने की योजना बनाई थी.