नई दिल्ली / देश में लॉकडाउन को पूरी तरह से खत्म करने की दिशा में केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है | उसने तमाम राज्यों को निर्देशित किया है कि नागरिकों और आम उपयोग के सामानों की आवाजाही पर कोई प्रतिबंध न लगाया जाए | दरअसल कोरोना वायरस के रोज़ बढ़ रहे मामलों के चलते तमाम राज्यों की अपनी डफली अपना राग है | इसके चलते एक दूसरे राज्यों के बीच सरहद पर आम नागरिक ही नहीं बल्कि दैनिक आवश्यकताओं और जरूरत की सामानों की आवाजाही करने वाले वाहनों को भारी दिक्कत हो रही है | राज्यों में कोरोना संक्रमण के फैलाव के बीच कई राज्यों में अलग-अलग तरह के लॉकडाउन फिर से लौट आए हैं | इसके चलते केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि लॉकडाउन के दौरान लोगों को राज्य के अंदर और एक राज्य से दूसरे राज्य जाने से ना रोका जाए | साथ ही सामान की सप्लाई पर भी रोक नहीं लगाई जानी चाहिए | केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर ये बात कही | उन्होंने कहा कि इससे सप्लाई चेन प्रभावित हो रही है, जिसकी वजह से आर्थिक गतिविधियों और रोज़गार पर असर पड़ रहा है |
अजय भल्ला ने पत्र में कहा कि ‘अनलॉक’ की गाइडलाइंस में साफ तौर पर कहा गया है कि व्यक्तियों या सामान के अंतरराज्यीय और राज्यों के भीतर आवागमन पर कोई प्रतिबंध नहीं होना चाहिए | गाइडलाइंस में ये भी कहा गया है कि व्यक्तियों या सामान के आवागमन के लिए अलग से अनुमति, मंजूरी या ई-परमिट की ज़रूरत नहीं होगी | पड़ोसी देशों के साथ समझौते के तहत सीमा पार व्यापार के मामले में भी ये लागू होता है | गृह सचिव ने कहा कि ऐसी पाबंदियां डिजास्टरम मैनेजमेंट ऐक्ट, 2005 के प्रावधानों के तहत गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के उल्लंघन के समान हैं | पत्र में अपील की गई है कि पाबंदी नहीं लगाई जानी चाहिए और ‘अनलॉक’ संबंधी गाइडलाइंस का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए |
उधर देश में कोरोना वायरस का संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के 69,878 नए मरीज सामने आए हैं और 945 लोगों की मौत हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अबतक 29,75,702 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं, इनमें से 55,794 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 6,97,330 एक्टिव केस हैं और 22,22,578 लोग ठीक हुए हैं।