जाको राखे साइयां मार सके ना कोए: ‘6 साल की बच्ची के साथ गंदा काम करने जा रहा था दरिंदा’, बंदरों ने मार-मार के सुजा दिया…..!

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बंदरों के एक झुंड ने बागपत में यूकेजी की एक 6 साल की छात्रा को बलात्कार जैसी अपराध का शिकार होने से बचा लिया. बच्ची के माता पिता की शिकायत पर एक्शन लेते हुए जिला पुलिस ने अज्ञात आरोपी पर पोक्सो एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज किया है. आरोपी फरार है, उसकी तलाश जारी है. मासूम बच्ची के माता-पिता ने दावा किया कि एक शख्स उनकी बच्ची को बहला-फुसलाकर घर से थोड़ी दूर खाली पड़े खंडहर में ले गया. वहां वो बच्ची के कपड़े उतारकर उसके साथ गंदा काम करने की कोशिश कर रहा था. अचानक कुछ बंदर वहां आ जाते हैं, जिनके आक्रामक तेवरों से डरकर आरोपी नाबालिग को छोड़कर भाग जाता है.

इस घटनाक्रम के बाद बच्ची घर पहुंचती है. वो अपने घरवालों को पूरी बात बताती है कि कैसे बंदरों ने उसे एक आदमी से बचाया. लड़की के पिता ने बताया, ‘मेरी बेटी बाहर खेल रही थी जब आरोपी उसे ले गया. पास के सीसीटीवी फुटेज में, वो बेटी को एक संकरी गली में ले जा रहा था. अभी तक उसकी पहचान नहीं हो पाई है. उसने मेरी बच्ची को धमकाया कि वो उसे मार डालेगा. अगर बंदर वहां नहीं आए होते तो मेरी बेटी अब तक मर चुकी होती.’

लोगों का कहना है कि बंदरों की वजह से बच्ची गुनाह का शिकार होने से बच गई. वहीं एक रिपोर्ट के मुताबिक बागपत सर्कल अधिकारी हरीश भदोरिया को सूचना मिली थी. उन्होंने कहा, ‘जांच हो रही है. भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 74 (महिला को अपमानित करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल प्रयोग करना), धारा 76 (निर्वस्त्र करना) जैसी धाराएं लगाई हैं. जरूरत पड़ने पर और धाराएं जोड़ी जाएंगी. फिलहाल आरोपी की पहचान करने और उसे पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है.’

कहावत है कि जाको राखे साइयां मार सके ना कोए. अब इस मामले के सामने आने के बाद लोग ऐसी कहावते कह कर ऊपरवाले का शुक्रिया अदा कर रहे हैं. वहीं कुछ लोगों का कहना है हनुमानजी ने खुद बच्ची की रक्षा की है. बच्ची के सही सलामत होने के बावजूद उसके माता पिता सहमे हैं, वो आरोपी की जल्द गिरफ्तारी और कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं.