NITI Aayog Meet: पीएम मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की बैठक जारी, मुख्यमंत्री साय समेत बीजेपी शासित राज्यों की बैठक में बहार, कांग्रेस का बायकॉट, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के तेवर तीखे, फैसलों पर देश की नजर….. 

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सुनील नामदेव 

नई दिल्ली। NITI Aayog Meet: दिल्ली में आज राजनीति का नया दंगल नजर आ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की बैठक शुरू हो गई है। राजधानी दिल्ली में होने वाली इस अहम बैठक में 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने पर चर्चा में विपक्षी दलों की कोई भूमिका नजर नहीं आ रही है। खासतौर पर इस बैठक में कांग्रेस शासित राज्यों के सीएम शामिल नहीं हुए है। जबकि दक्षिण से तमिलनाडु CM एमके स्टालिन के शामिल होने के ऐलान के बाद भाग नहीं लेने से बैठक को तगड़ा झटका लगा है। वही ममता बनर्जी ने इस बैठक में अपने कड़े तेवर दिखाना शुरू कर दिया है।

उनकी बारी का इंतज़ार हो रहा है, अंदेशा जाहिर किया जा रहा है कि दीदी का गुस्सा सातवें आसमान पर है, अपने संबोधन में वे बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लेगी। जबकि झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिल्ली के करीब होने के बावजूद बैठक में नहीं पहुंचे है। हालांकि, बजट में भेदभाव का आरोप लगाते हुए कई विपक्षी दलों के मुख्यमंत्रियों ने नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार किया है। खास बात यह है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस बैठक में क्या बोलती है, इस पर सबकी निगाहे लगी हुई है।   

दरअसल, कोलकाता से दिल्ली रवाना होने से पहले ममता बनर्जी ने अपने तल्ख तेवर दिखाए है। उन्होंने कहा कि, ‘मौका मिला तो मैं बैठक में गैर-NDA शासित राज्यों के साथ बजट में किए गए भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाऊंगी। उन्होंने बंगाल और उसके पड़ोसी राज्यों को विभाजित करने की साजिश का आरोप भी केंद्र पर लगाया। उन्होंने कहा कि यदि मुझे बोलने का मौका नहीं दिया गया, तो मैं बैठक से बाहर आ जाऊंगी।’

ममता के मुताबिक, मुझसे बैठक से 7 दिन पहले अपना लिखित भाषण भेजने के लिए कहा गया था, जो हमने भेज दिया था। यह बजट पेश होने से पहले की बात है। मैं उन गैर-भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बात भी उठाऊंगी, जो बैठक में मौजूद नहीं रहेंगे।‘ माना जा रहा है कि राहुल गांधी और कांग्रेस को दरकिनार कर दीदी दिल्ली दरबार में अपना रसूख बढ़ाने में जुटी है। उनके तल्ख़ तेवर इंडिया गठबंधन की कमजोर होती साख से जुड़े हुए, बताये जाते है।

यह देखना गौरतलब होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ममता बनर्जी के सवालों का किस अंदाज में जवाब देते है, अथवा ममता के बोल का जवाब अपनी योजनाओं से देते है। पीएम मोदी का अंदाज ए बयां इन दिनों अंतर्राष्ट्रीय मीडिया ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म में सुर्खियां बटोर रहा है। वे विश्व के पहले ऐसे नेता है, जिनकी छवि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में उछाल मार रही है। मोदी ने हाल ही में सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म में सबसे अधिक लोकप्रियता का विश्व रिकॉर्ड कायम किया है।   

नीति आयोग की जारी बैठक नए भारत के निर्माण में कारगर साबित होगी। इसमें सत्ताधारी दल के अलावा जिन राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए है उनमे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अरुणाचल के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, अरुणाचल के उप सीएम चाउना मीन, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, मध्य प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी प्रमुख है।

जबकि बहिष्कार करने वालों में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन रंगासामी का नाम शामिल है।