बिलासपुर: तोरवा क्षेत्र के देवरीडीह इलाके में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है. देवरीखुर्द नहरपारा निवासी राधिका यादव लोगों के घरों में काम करके अपना गुज़ारा करती थी. 3 साल पहले उसका पति उसे बच्चों के साथ छोड़कर चला गया. महिला की 7 लड़कियां थीं. उसमें से 2 की शादी हो चुकी है. एक लड़की बहन के साथ ससुराल में रह रही है. अन्य 4 लड़कियां उसके साथ रह रही हैं.
गौरतलब है कि बीते 9 फरवरी को देवरीडीह नहरपारा में रहने वाली गुड्डी विश्वकर्मा के आंगन में दो भागों में नवजात शिशु का शव पड़ा हुआ मिला था. तोरवा पुलिस मामले की जांच कर रही थी. इस बीच पुलिस को जानकारी मिली कि देवरीखुर्द नहरपारा निवासी राधिका यादव को कुछ दिनों पहले गर्भवती अवस्था में देखा गया था लेकिन वह अब सामान्य दिख रही है.
पुलिस ने महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने नाजायज बेटी पैदा होने पर लोकलाज के भय से उसकी हत्या कर शव घर के पीछे गड्ढे में फेंक देने की बात कही. महिला का अज्ञात व्यक्ति से नाजायज संबंध था. प्रेग्नेंट होने पर उसने अबॉर्शन की कोशिश की लेकिन दवा का असर नहीं हुआ. उसने घर में ही बच्ची को जन्म दिया और जमीन में पटककर नवजात बच्ची की हत्या कर दी और शव को घर के पीछे गड्डे में फेंक दिया था. तोरवा पुलिस उसे गिरफ्तार कर धारा 302 , 315 , 201 के तहत कार्रवाई कर रही है.